लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस लगातार संगठन में बदलाव करते जा रही है कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के प्रभार लेने के बाद प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने ऐसे संकेत दिए हैं कि जल्द ही पूरे प्रदेश कई जगह नए जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी। वर्तमान जिला अध्यक्षों को 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले बनाया गया था। दरअसल राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी से शुरू हो रही है और उसे यात्रा से पहले प्रदेश भर में संगठन स्तर पर बदलाव अपेक्षित माना जा रहा है। गौतम बुद्ध नगर को लेकर पहले भी प्रदेश कार्यालय पर खराब रिपोर्ट गई है क्योंकि यहां पर भीड़ लाने में असफल रहने की स्थिति में राहुल गांधी की यात्रा को गौतम बुद्ध नगर की जगह गाजियाबाद से ले जाया गया था।
साथ ही कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने ये भी कहा है कि पिछले 18 दिन से चल रही ‘उत्तर प्रदेश जोड़ो यात्रा’ के बाद जो जन समस्याएं देखने में आई हैं उन्हें एक प्रतिवेदन का रूप देकर योगी सरकार को प्रेषित किया जाएगा और अविलम्ब उनके समाधान की मांग की जायेगी।
नोएडा महानगर और गौतम बुध नगर जिला अध्यक्षों के भी बदले जाने की समाचार लखनऊ प्रदेश कार्यालय से मिल रहे हैं जानकारी के अनुसार रामकुमार तंवर को नोएडा में पंखुड़ी पाठक के ब्राह्मण प्रत्याशी होने के कारण कांग्रेस नेता अनिल यादव की सलाह पर बनाया गया था । नोएडा में विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद महानगर अध्यक्ष संगठन विस्तार और उसकी मजबूती पर कार्य करने में असफल रहे हैं।
गौतम बुध नगर में दादरी विधानसभा में गुर्जर प्रत्याशी होने के कारण पूर्व जिला अध्यक्ष की संतुति पर ब्राह्मण समुदाय से जिला अध्यक्ष बनाया गया था । यद्यपि गौतम बुध नगर में जिला अध्यक्ष दिनेश शर्मा को बनाने वाले पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ महेंद्र नागर उसके बाद स्वयं समाजवादी पार्टी में चले गए और तब से लगातार गौतम बुद्ध नगर जिले में महानगर अध्यक्ष डमी अध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं इसीलिए जिला कार्यकारिणी में असंतोष की भावना बनी रहती है और गौतम बुध नगर जिला संगठन कभी भी संगठन के कार्यों में आगे नहीं दिखाई देता है।
ऐसे में माना जा रहा है की विधानसभा प्रत्याशियों को गौतम बुद्ध नगर और नोएडा महानगर में जिला अध्यक्षों की कमान दी जा सकती है या फिर नोएडा महानगर में इस बार ब्राह्मण या वैश्य और गौतम बुद्ध नगर जिले में किसी गुर्जर नेता को जिला अध्यक्ष बनाया जा सकता है । अभी तक कांग्रेस संगठन से मिल रहे संकेतों के अनुसार कांग्रेस यहां पर किसी ब्राह्मण या ठाकुर समुदाय से कद्दावर प्रत्याशी को लोकसभा का टिकट दे सकती है कांग्रेस में यह माना जा रहा है कि गठबंधन होने की स्थिति में गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर दोनों ही सीटे कांग्रेस के पाले में आ सकती है । और अगर किसी वजह से समाजवादी पार्टी ने सहयोग नहीं किया तो फिर कांग्रेस अकेले ही पूरे प्रदेश में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी इसके बाद भी इन सीटों पर कांग्रेस का दावा बना रहेगा