लोकसभा चुनाव में भले ही कितने तीर आपस में लोगों के चले हो किंतु चुनाव समाप्त होते ही डॉ महेश शर्मा दादरी विधायक तेजपाल नागर को लेकर फ्लैट बायर्स के समस्याओं को लेकर विरोध कर रहे नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार के घर पहुंच गए । जानकारी के अनुसार दोनों ने वहां बैठकर अभिषेक कुमार को चुनाव के दौरान उनके संस्था के समर्थन पर धन्यवाद दिया । और फ्लैट रजिस्ट्री और क्षेत्र में मेट्रो आने की फ्लैट बायेर्स की समस्याओं पर जल्द से जल्द समाधान का वादा किया।
इस तस्वीर के आते ही तमाम तरीके के प्रश्न उठने लगे। क्षेत्र के लोगों ने सांसद और विधायक द्वारा इस क्षेत्र में भाजपा संगठन के कमजोर होने के कारण अभिषेक से आप मिलने के दावे किए तो भाजपा के सदस्य इसे सांसद की कूटनीति बताते नजर आए
स्थानीय भाजपा संगठन हुआ फेल तो परदे के पीछे से ली बायर्स संगठन नेफोवा की मदद
तस्वीर के बाहर आने के बाद तस्वीर को लेकर कई तरीके की बातें होने लगी कुछ लोगों ने जहां इस चुनाव समाप्त होने के बाद के दौरान नेफोवा द्वारा अचानक विरोध प्रदर्शन को साइलेंट करने के कारण संसद के चुनाव को आसानी से जीतने के लिए धन्यवाद का माहौल बताया तो वही लोगों ने दावा किया कि दरअसल भाजपा का स्थानीय संगठन इस बार बिल्कुल नकारा हो गया था । सोसाइटी के अंदर भाजपा के लोगों को घुसने नहीं दिया जा रहा था ।
लगातार मंडल अध्यक्ष मुकेश चौहान की नाकामी से परेशान होकर डॉक्टर महेश शर्मा ने सामाजिक संगठन नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार की मदद ली ।
विधायक तेजपाल नागर के बयानों के कारण क्षेत्र में मचे बवाल को साधकर अभिषेक कुमार को न सिर्फ चुनाव लड़ने से रोका बल्कि संगठन की नाकामी के बदले नेफोवा के सदस्यों के जरिए चुनाव को बचाया।
एक राजनेता के तौर पर डॉक्टर महेश शर्मा ने कमजोर कड़ी को मजबूत करने के लिए कुशलता के साथ अपनी कूटनीति को अंजाम दिया और अब इस कूटनीति के बाद वह चुनाव समाप्त होते ही अभिषेक कुमार के घर विधायक तेजपाल नागर को लेकर पहुंचे ताकि आने वाले समय में क्षेत्र की समस्याओं पर लोगों के दर्द को समझ सके।
कोई राजनीति नहीं, वोटिंग के बाद अचानक मेरे घर आए सांसद और विधायक : अभिषेक कुमार
वही इस मुलाकात के पीछे चल रही कहानियों को स्पष्ट करते हुए अभिषेक कुमार ने एनसीआर खबर को बताया कि सांसद डॉक्टर महेश शर्मा और विधायक तेजपाल नागर के उनके घर आने की घटना के पीछे कोई प्लानिंग नहीं थी वह अपने घर में किसी कार्यक्रम में जाने को तैयार बैठे थे कि तभी डॉक्टर महेश शर्मा और तेजपाल नागर उनके घर आ गए और चुनावों के बीच में चल रहे विरोध प्रदर्शन पर उनसे चर्चा किया साथ ही उनको मुद्दों को जल्द सुलझाने का आश्वासन भी दिया । मुलाकात पर उतरे प्रश्नों पर उन्होंने कहा कि अतिथि देवो भव: । इस मुलाक़ात से हमारी माँगो को लेकर चल रही संघर्षों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अगर सांसद और विधायक जनता के घर पहुंच जाते हैं तो इसे गलत नहीं देखा जाना चाहिए इसे उनकी और से की गई पहल माना जाना चाहिए और हम जनता की समस्याओ के समाधान के लिए ही खड़े हुए हैं हमारा राजनीति का कोई इरादा नहीं । लड़ेंगे जीतेंगे ।