गौतम बुध नगर में भले ही भारतीय जनता पार्टी का भोकाल पूरी तरीके से जमा हुआ हो । भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा के ऐतिहासिक जीत के दावे भी कर रहे हो किंतु जमीनी स्तर पर सच कुछ इससे अलग है। ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी में ग्रेटर नॉएडा वेस्ट की सोसाइटियो के अंदर पहली बार बिसरख मंडल में वोट मांगने वाले पार्टी कार्यकर्ता नहीं मिल रहे हैं भाजपा से जुड़े तमाम सोसाइटियों के कार्यकर्ता फिलहाल लोगों से वोट मांगने जाने को तैयार नहीं है । पूरी मंडल टीम में इसको लेकर तरह तरह की बातें हो रही है ।
भाजपा सूत्रों के अनुसार लोगों का कहना है कि वह स्वयं अपना वोट तो मोदी जी के नाम पर भाजपा को दे देंगे और हो सकता है सोसाइटियों के भी तमाम वोट भाजपा को ही जाएं। किंतु कोई भी व्यक्ति वोट मांगने जाकर लोगों के गुस्से का शिकार होना नहीं जा रहा है । इस क्षेत्र में तीन बड़े मुद्दों पर लोग भाजपा के जनप्रतिनिधियों से नाराज हैं और उसमें नाराज लोगों के आंदोलन करने को भाजपा विधायक तेजपाल नागर द्वारा धंधा कहे जाने के बाद यह स्थिति और बिगड़ गई है।
पहला मुद्दा इस क्षेत्र में फ्लैट रजिस्ट्री का है । दरअसल इस क्षेत्र में राजनीतिक तौर पर भले ही रजिस्ट्री के दावे कितने बड़े कर लिए गए हो, समस्याओं को सुलझाने की बातें कही जा रही हूं किंतु क्षेत्र में फ्लैट रजिस्ट्री का सच यह है कि आज तक रजिस्ट्रियां नहीं शुरू हुई है। अमिताभ कांत की रिपोर्ट को लागू करने के बहाने सरकारों ने और जनप्रतिनिधियों ने यह दावा तो कर दिया है कि सब कुछ सही हो गया किंतु ग्राउंड रिपोर्ट ग्राउंड पर यह सब बातें शून्य हैं और ऐसे में कोई भी व्यक्ति नाराज फ्लैट बायर्स की बातें सुनने को तैयार नहीं है।
दूसरा मुद्दा जिससे भाजपा के कार्यकर्ता लोगों से वोट मांगने के लिए जाते हुए डर रहे हैं शहर में सार्वजनिक परिवहन का है लोगों को इस बात का गुस्सा है कि 4 चुनाव और 10 साल पूरे होने के बावजूद इस क्षेत्र में मेट्रो नहीं आई है और अभी भी नए डीपीआर के नाम पर लीपा पोती की जा रही है किंतु मेट्रो और सार्वजनिक परिवहन की कोई व्यवस्था सामने नहीं दिख रही है । जो लो फ्लोर ग्रीन एक बसे हैं कुछ समय के लिए चलाई गई थी वह भी कोविद का नाम लेकर बंद कर दी गई और उसके बाद से लोग सिर्फ अवैध ऑटो में सफर करने को मजबूर है ।
भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने तीसरा प्रमुख मुद्दा कुत्तों के आतंक का है । भाजपा बिसरख मंडल कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुत्तों से वह स्वयं भी पीड़ित है । समस्या यह है कि कुत्तों के मामले में भाजपा की ही एक सांसद मेनका गांधी के कारण लोगों को थाने के चक्कर काटने पड़ते हैं और जेल जाने तक की नौबत आ जाती है । और उस समय भाजपा के जनप्रतिनिधि कुत्तों को काल भैरव का की सवारी बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते है । लोगों का आरोप है कि जिले का कोई जनप्रतिनिधि आज तक कुत्तों के मामले पर मेनका गांधी के सामने सहायता के लिए नहीं आया है । नोएडा में तो भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी नवीन मिश्रा पर मुकदमेबाजी और मार पिटाई तक के नौबत आई पर कुछ नहीं हो पाया था। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सोसाइटी में लोगों पर कुत्तों के मामले को लेकर तमाम एफआईआर दर्ज हैं I
इन तीन बड़े मुद्दों के अलावा शहर में सरकारी अस्पताल सरकारी स्कूल और एक शमशान घाट के न होने की बड़ी मांग का पूरा न होना भी लगातार लोगों में गुस्से का एक बड़ा कारण है। नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने एनसीआर खबर से बातचीत में कुछ दिन पहले ही कहा था कि किसी भी शहर के लिए यह तीनों व्यवस्थाएं बेहद महत्वपूर्ण है हालत यह है कि यहां मौजूद ढाई लाख लोगों को अंतिम संस्कार के लिए नोएडा के सेक्टर 94 जाना पड़ता है जो यहां से लगभग 14 किलोमीटर दूर है लोगों का कहना है कि कितनी बड़ी आबादी वाले शहर के बीचो-बीच हरनंदी नदी के पास नोएडा के सेक्टर 94 की तरह अंतिम निवास जैसा कोई श्मशान घाट क्यों नहीं बनाया गया है ।
ऐसे में इस बार भाजपा कार्यकर्ता इन सब बातों को लेकर सोसाइटी के लोगों से वोट मांगने जाने को तैयार नहीं है। यद्धपि सबका यह कहना है कि बिना वोट मांगे जाए भी अधिकांश लोग मोदी के नाम पर भारतीय जनता पार्टी को ही वोट देंगे । किंतु वह इस बार भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने जाकर लोगों के गुस्से का शिकार नहीं होंगे