जिले में धारा-144 का हवाला देते हुए पुलिस ने शनिवार को घोड़ी-बछेड़ा गांव में क्षत्रिय समाज की महापंचायत नहीं होने दी। पंचायत से पहले शुक्रवार देर रात में पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें घर में नजरबंद कर दिया। पंचायत स्थल के अलावा गांव के आसपास के सभी रास्तों पर दिनभर पुलिस तैनात रही। किसी को 100 मीटर तक नहीं आने दिया गया। महापंचायत में 27 से अधिक क्षत्रिय समाज के संगठनों को बुलाया गया था। वहीं, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह कालवी ने जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है।
क्षत्रिय समाज ने शनिवार को घोड़ी गांव में महापंचायत बुलाई थी। आयोजक ठाकुर मोहित सिंह ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर के एक प्रत्याशी ने पिछले सप्ताह विवादित बयान दिया था। इससे लोगों में आक्रोश है। इस संबंध में ठाकुर भानु, ठाकुर पूरन सिंह, राष्ट्रवादी प्रताप सेना के अध्यक्ष ललित राणा समेत 27 से अधिक क्षत्रिय संगठनों को आमंत्रित किया गया था। इसके साथ ही आसपास के गांवों से भी लोगों को बुलाया गया था।
जिले में धारा-144 का हवाला देते हुए पुलिस ने शनिवार को घोड़ी-बछेड़ा गांव में क्षत्रिय समाज की महापंचायत नहीं होने दी। पंचायत से पहले शुक्रवार देर रात में पुलिस के अधिकारियों ने उन्हें घर में नजरबंद कर दिया। पंचायत स्थल के अलावा गांव के आसपास के सभी रास्तों पर दिनभर पुलिस तैनात रही। किसी को 100 मीटर तक नहीं आने दिया गया। महापंचायत में 27 से अधिक क्षत्रिय समाज के संगठनों को बुलाया गया था। वहीं, करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रताप सिंह कालवी ने जनता की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है।