राशन घोटाले का जिन्न एक बार फिर से गौतम बुद्ध नगर में बाहर निकाल कर आ गया है । बीते 7 सालों में भाजपा सरकार के तमाम ईमानदारी के दावों के बावजूद गौतम बुद्ध नगर में 4 साल में 8000 अपात्र धारक बनाए गए और 30 करोड़ से अधिक का राशन डकार गए। इस राशन घोटाले में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ लाने लेने वाले लोग भी हैं ।
सूत्रों की माने तो इस राशन घोटाले की परतें अगर खुली तो कम से कम 4 दर्जन कोटेदार और भाजपा नेता इस खेल में शामिल पाए जाएंगे और उनके ऊपर पत्र कार्ड धारकों को घोटाले में शामिल करने का सीधा आरोप बनेगा।
दरअसल बीते दिनों जिला पूर्ति अधिकारी चमन शर्मा के स्थान पर ओमहरि उपाध्याय जब जिले में आए तो उन्होंने इस खेल को देखकर इसकी जांच की और जांच में आये परिणाम को देख कर उनके पैरों के नीचे से जमीन निकल गई। जिलापूर्ति अधिकारी ओम हरि उपाध्याय की माने तो जनपद में हर माह 8000 आयकर दाता राशन कार्ड धारक 65 लाख रुपए का राशन ले रहे हैं जिला पूर्ति अधिकारी ओम हरि उपाध्याय का दावा है कि यह खेल बीते 4 वर्षों से चल रहा है। फिलहाल 8000 पत्रों की सूची जारी कर दी गई है सूची के अनुसार यह सभी राशन कार्ड धारक आयकर दाता हैं।
आपको बता दें कि गौतम बुध नगर में करीब 209000 राशन कार्ड धारक हैं और इतने राशन कार्ड धारकों के लिए 367 कोटेदार है। विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र में प्रतिवर्ष 3 लाख का वार्षिक आय और ग्रामीण क्षेत्र में दो लाख की वार्षिक आय वाले ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्य योजना का लाभ उठा सकते हैं किंतु आरोप है कि दर्जन भर भाजपा नेताओं की मिलीभगत के बाद 8000 आयकर दाता बीते 4 वर्षों से 65 लाख रुपए का अवैध राशन डकार रहे हैं।
एनसीआर खबर ने पहले भी इस बात को अपने पाठकों को बताया था कि जिले में कई ऐसे लोग गरीबों का अधिकार मार कर राशन का फायदा उठा रहे हैं जो बुलेट और कारों से राशन लेने आते रहे हैं। और इस काम में भाजपा के कई बड़े नेताओं की मिली भगत है। रोचक तथ्य यह है कि जिले में स्थानीय लोगों की लड़ाई लड़ने वाले विपक्ष के नेता भी ऐसे मुद्दों पर चुप्पी साथ लेते हैं क्योंकि लाभार्थियों में उनके भी लोग हैं।