ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने तीन और बिल्डरों को रिकवरी सर्टिफिकेट जारी करते हुए उनकी संपत्ति को अटैच करने की कार्यवाही शुरू कर दी है । तीनों बकैडरों के पास लगभग 2000 फ्लैट फंसे हुए थे समाचार लेकर जाने तक इनमें से एक बिल्डर ने 25% धनराशि जमा कर दी है इस पर प्राधिकरण विधिक डिपार्टमेंट से राय ले रहा है ।
अंतरिक्ष बिल्डर में 1184 बायर्स जुड़े हुए हैं जबकि एजेंट से 768 और एमएस से 187 बायर्स रजिस्ट्री ना होने के कारण परेशान है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अनुसार सेक्टर एक स्थित अंतरिक्ष इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड पर 110 करोड़ टैग जॉन 4K एजेंट इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड पर 35 करोड़ और एमएस रिएल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड पर 13 करोड रुपए बकाया है । अमिताभ कांत की रिपोर्ट के बाद ग्रहण प्राधिकरण ने कई बिल्डरों को 25% धनराशि जमा कर फ्लड बायर्स को लाभ देने की पॉलिसी बनाई थी इसमें पांच बिल्डरों पर पहले ही कार्यवाही शुरू हो गई थी सितंबर माह में दो बिल्डर पर आरसी जारी की गई थी अब बाकी बचे 3 बिल्डरों पर लगभग डेढ़ सौ करोड़ की आरसी के साथ ही संपत्ति अटैच करने की कार्यवाही शुरू हो गई है ।
वही आरसी के मामले में 22 बिल्डरों ने कोर्ट से स्टे ले लिया है जिनमें 30000 से ज्यादा फ्लैट वायर परेशान है प्राधिकरण के एको स्वामी श्रीवास्तव के अनुसार तीन बिल्डरों के खिलाफ आरसी जारी कर दी गई है इसके बाद एक बिल्डर ने 25% धनराशि जमा कराई थी प्राधिकरण का उद्देश्य परियोजनाओं में फंसे बायर्स को जल्द से जल्द घर का सपना पूरा करने का है