राजेश बैरागी । संस्कृति के अनुरूप एक नवंबर से यातायात जागरूकता माह का शुभारंभ हो गया। इस माह के दौरान सड़क सुरक्षा से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और लोगों को दुर्घटनाओं से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने नवंबर माह बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान जारी रखने की घोषणा की है। क्या यातायात पुलिस या सामान्य पुलिस अभी इस अभियान में शामिल नहीं है?
कल दो नवंबर को ही सूरजपुर दादरी रोड स्थित तिलपता गोलचक्कर पर एक मोटरसाइकिल पर सवार चार लोगों को जाते हुए देखा गया। इस व्यस्ततम गोलचक्कर पर एक अदद् पुलिस चौकी भी कायम है।
दीपावली की छुट्टियों का असर था कि दोपहर में गोलचक्कर पर जाम नहीं लगा था। इस समय स्कूल बसों में बच्चों का हाल बेहाल हो जाता है।जब जाम लगा होता है तब भी यातायात या सामान्य पुलिसकर्मी बामुश्किल दिखाई पड़ते हैं। सुबह और शाम अवश्य दोनों प्रकार के पुलिसकर्मी सतर्कता से ड्यूटी करते हैं।
इस गोलचक्कर से दो सौ मीटर दादरी की ओर ईंटों से भरी पचासों ट्रैक्टर ट्राली ठीक सड़क के ऊपर खड़ी रहती हैं। इनसे न केवल यातायात बाधित होता है बल्कि ये कभी भी किसी दुर्घटना की वजह बन सकती हैं। क्या यातायात जागरूकता माह के दौरान इनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी?
कुछ महीने पहले एक एसीपी ने ट्रैक्टर ट्राली हटवाने के लिए यातायात पुलिस की प्रशंसा करने का अनुरोध किया था।जब उन्हें सच्चाई से अवगत कराया गया तो फिर उन्होंने कभी पलट कर फोन नहीं किया। हालांकि इन ट्रैक्टर ट्रॉली को रोड के ठीक ऊपर खड़ा कराने में किसी भाजपा नेता की संलिप्तता भी बताई जाती है। इसी स्थान पर भाजपा का जिला कार्यालय भी है।