जल्द ही गाजियाबाद जिले का नाम गजप्रस्थ हो सकता है इस नवी नाम का चुनाव प्रशासन के अधिकारियों ने आपसी विमर्श के बाद तय कर लिया है नए नाम को शासन को भेजा जाएगा इससे पहले नगर निगम बोर्ड ने इसका नाम प्रस्ताव पास किया था बोर्ड ने तीन नाम सुझाए थे जिनमें गजप्रास्ट दूधेश्वर नगर और हरनांदीपुरम था।
इतिहासकारों के अनुसार द्वापर युग में इस क्षेत्र को गजप्रस्थ कहा जाता था हस्तिनापुर और इंद्रप्रस्थ आज की दिल्ली के बीच इस क्षेत्र में हाथी रखे जाते थे इसलिए इसे गजप्रस्थ कहा जाता था ।
गाजियाबाद के डीएम इंद्र विक्रम सिंह के अनुसार गजप्रस्थ नाम रखे जाने से पहले इसके संबंध में सभी साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं जिससे गजप्रस्थ नाम रखा जाने में अड़चन नहीं होगी।
मुगलकालीन नाम है गाजियाबाद
इतिहासकारों के अनुसार इस क्षेत्र को गाजियाबाद नाम मुगल शासन के वजीर गजिउद्दीन के नाम पर मिला था 1740 में यहां पुराने गाजियाबाद शहर के चार गेट बनाए गए इनके बीच की आबादी के शहर का नाम गजिउद्दीन नगर रखा गया बाद में अंग्रेजों के आने के बाद इसे छोटा करके गाजियाबाद कर दिया गया 14 नवंबर 1976 को इसी शहर को बड़ा करके जिला गाजियाबाद कर दिया गया