उत्तर प्रदेश की लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा भारतीय जनता पार्टी में संगठन को लेकर कई बदलाव किए जा रहे हैं इनमें प्रमुख बदलाव स्थानीय स्तर पर जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष की आयु सीमा को लेकर हो रहा है । गाजियाबाद में मोहन नगर स्थित एक कॉलेज परिसर में भाजपा के संगठन चुनाव की कार्यशाला को संबोधित करते हुए प्रयागराज के विधायक और पूर्व केंद्रीय मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दावा किया कि संगठन में युवाओं को महत्व देने के लिए पार्टी ने उम्र सीमा को तय कर दिया है ।
पार्टी में मंडल अध्यक्ष पद पर अब 35 से 45 वर्ष तक की आयु के नेता ही काबिज हो सकेंगे वहीं जिला अध्यक्ष महानगर अध्यक्ष के पद पर 45 से 60 वर्ष की आयु तक के नेता को ही चुना जाएगा ।
मीडिया से बातचीत में सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यह भी बताया कि दो बार मंडल अध्यक्ष रहने वाले नेताओं को तीसरी बार मंडल अध्यक्ष नहीं बनाया जाएगा साथ ही महानगर अध्यक्ष की कमान भी इस नेता को मिलेगी जिसे कम से कम 7 से 8 साल का अनुभव होगा ।
एक विधानसभा क्षेत्र में भाजपा अब चार बूथ अध्यक्ष बनाएंगे। इसमें जातीय समीकरण का ध्यान रखते हुए चारों अध्यक्ष चार अलग-अलग जाति से जुड़े होंगे। बीजेपी ने एक बूथ अध्यक्ष, एक बूथ सचिव, एक लाभार्थी प्रमुख और एक वॉट्सएप ग्रुप का प्रमुख होगा। इसके अलावा बाकी बूथ सदस्य होंगे। बैठक में स्पष्ट किया गया कि महिलाओं और दलितों की सहभागिता बढ़ाने पर पार्टी विशेष ध्यान देगी।
सिद्धार्थ नाथ सिंह , पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं विधायक प्रयागराज
भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों के अनुसार 1 दिसंबर तक सभी बूथों की कमेटी गठित कर ली जाएंगे इसके बाद एक से 15 दिसंबर के बीच मंडल अध्यक्ष और 16 से 30 दिसंबर के बीच जिला महानगर अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया चलेगी इसके बाद मंडल और जिला अध्यक्षों का चुनाव होगा । जनवरी में बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा ।