डब्ल्यूटीसी (WTC) के आशीष भल्ला (Ashish Bhalla) द्वारा ठगे गए निवेशकों के किस्से अब हर रोज सामने आने लगे है । सोमवार को डब्ल्यू टी सी ओर भूटानी ग्रुप (Bhutani Group) के मध्य हुए समझौते के बाद नोएडा के अल्फाथम टावर (Bhutani Alphathum) में शिफ्ट हुए 350 निवेशकों के एक ग्रुप ने नोएडा मीडिया क्लब (Noida Media Club) में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भूटानी बिल्डर और जांच एजेंसियों से अपने लिए राहत की मांग की ।
निवेशकों के समूह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा की भूटानी ग्रुप के साथ समझौते के बाद निवेश को को भूटानी ग्रुप ने एक से दो महीने तक रिटर्नस दिए थे । किंतु जनवरी में भूटानी द्वारा डब्ल्यूटीसी के साथ अपने सभी संबंध खत्म कर लेने के कारण वह भी रुक गए ।
इसके बाद डब्ल्यूटीसी और भूटानी पर प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के छापे के कारण इन निवेशकों की स्थिति और दयनीय हो गई है जानकारी के अनुसार एग्रीमेंट के कारण डब्ल्यूटीसी के निवेशकों ने अपने पेपर भूटानी में सबमिट कर दिए थे अब उन्हें यह नहीं पता है की जांच एजेंसी उनके पेपर ले गई है या वह भूटानी के ऑफिस में है । फिलहाल भूटानी ग्रुप द्वारा 350 निवेशको को जांच एजेंसियों के कारण धैर्य रखने को कहा जा रहा है I ऐसे में निवेशक जांच एजेंसियों से डब्ल्यूटीसी और भूटानी पर जांच के दौरान निवेशको के हितो का ध्यान रखने की अपील कर रहे है I
पूरे प्रकरण पर हुई इस नयी प्रेस कांफ्रेंस के बाद भूटानी ग्रुप की तरफ से मीडिया में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया यधपि इससे पहले जनवरी में भूटानी ग्रुप ने डब्ल्यूटीसी के साथ अपने संबंध तोड़ने की पुष्टि मीडिया मे करते हुए कहा था की भूटानी ग्रुप डब्ल्यूटीसी के खरीदारों की मदद करना चाह रहा था इसीलिए उन्होंने डब्ल्यूटीसी से समझौता किया था लेकिन उसके बाद पता चला कि डब्ल्यूटीसी की ओर से बायर्स को गलत और भ्रामक वादे किए गए हैं जिसके बाद भूटानी ग्रुप ने वह समझौता तोड़ दिया भूटानी ने ना तो डब्ल्यूटीसी से किसी तरीके की कोई जमीन खरीदी है और ना ही कोई धनराशि प्राप्त की है। किन्तु भूटानी ग्रुप द्वारा इन 350 निवेशको पर मीडिया को कोई स्पस्टीकरण नहीं दिया गया I
प्रेस कांफ्रेंस में ही निवेशकों के बीच मतभेद आया सामने, प्रेस कांफ्रेंस करने वालो को निवेशकों ने बताया बिल्डर समर्थित
वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौजूद लगभग 300 से ज्यादा निवेश को के बीच कुछ निवेशको ने तब हंगामा करना शुरू कर दिया जब प्रेस कॉन्फ्रेंस को लीड कर रहे एक निवेशक और प्रॉपर्टी डीलर ने यह कहते हुए बिल्डर को क्लीन चिट दे दी कि उन सभी को 1 से 2 महीने का रिटर्न आया । लोगों के हंगामा के बावजूद उन्होंने उन लोगों को बिल्डर के साथ एग्रीमेंट न करने की बात कह कर डालना चाहा किंतु मामला गंभीर होता गया काफी देर हंगामा के बाद एक बार पुनः प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हुई । इसके बाद फरीदाबाद से आए निवेशकों ने इसे बिल्डर समर्थित प्रेस कॉन्फ्रेंस बात कर घर लौटना शुरू कर दिया निवेशको ने आरोप लगाया की प्रेस कॉन्फ्रेंस को लीड कर रहा एक व्यक्ति अनुपम प्रॉपर्टीज (Anupam Properties) के नाम से फरीदाबाद में प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य करता है उसी ने इन्वेस्टर के पैसे पहले डब्ल्यूटीसी और फिर भूटानी अल्फाथम में लगवाए थे और अब इस प्रेस कांफ्रेंस के बहाने बिल्डर की इमेज बिल्डिंग की जा रही है लोगों ने आरोप लगाया कि प्रेस कॉन्फ्रेंस का इंतजाम भी बिल्डर द्वारा ही किया गया है ।
फरीदाबाद के निवेशकों की प्रेस कांफ्रेंस का बाकी निवेशकों से संबंध नहीं
वही इस प्रेस कांफ्रेंस के अनाउंस होते ही इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुके विपुल गुप्ता (Vipul Gupta) ने इस मात्र फरीदाबाद के कुछ निवेश को की प्रेस कॉन्फ्रेंस बताया उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका बाकी 20000 निवेशकों से कोई संबंध नहीं है । उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस के भव्य होने के आयोजन पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि इतनी भव्य कॉन्फ्रेंस कोई इन्वेस्टर नहीं आयोजित कर सकता है इसके पीछे बिल्डर का सहयोग है । विपुल गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस के आयोजकों को भेजी व्हाट्सएप चैट भी सोशल मीडिया पर जारी किया।
