उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले गौतम बुद्ध नगर में कई बड़े प्रोजेक्ट के शिलान्यास और उद्घाटन करने के लिए आ रहे हैं । नोएडा से लेकर दादरी तक कई प्रोजेक्ट्स के साथ एक बड़ी जनसभा का आयोजन भी मुख्यमंत्री करेंगे । दादरी के विसहाडा में होने वाली इस जनसभा में मुगलों से को चुनौती देने वाले महाराणा प्रताप की मूर्ति का अनावरण भी किया जाएगा । दावा किया जा रहा है कि इस मूर्ति के अनावरण के साथ ही मुख्यमंत्री ठाकुर बाहुल्य इस क्षेत्र के मतदाताओं को भाजपा की ओर आकर्षित करने में सफल रहेंगे ।
इसी के साथ गौतम बुध नगर के लोगों ने मुख्यमंत्री से उनके नोएडा में उनके कैंप ऑफिस की मांग भी करना शुरू कर दी है । जिले के लोगों का कहना है की महीने में 4 से 5 दिन अगर मुख्यमंत्री गौतम बुद्ध नगर में कैंप ऑफिस करें तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की के लोगों की समस्याओं और विकास की योजनाओं के लिए मुख्यमंत्री तक पहुंचना लोगों के लिए आसान हो जाएगा ।
उत्तर प्रदेश के बड़े राज्य होने के चलते कई बार कई नक्सलवादी सोच के लोग इसके चार टुकड़े करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश में के लोगों को भड़काने में लगे रहते हैं ऐसे में अगर मुख्यमंत्री का कैंप ऑफिस प्रतिमाह 5 या 10 दिन के लिए गौतम बुध नगर में नियमित रूप से लगना शुरू हो जाए तो ऐसे लोगों को भी जवाब मिलेगा। मुख्यमंत्री के कैंप ऑफिस गौतम बुध नगर में होने के पक्ष में तर्क देने वालों का यह भी कहना है कि जब उत्तराखंड नहीं बना था तब नैनीताल उत्तर प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करती थी ।
ऐसे में अगर मुख्यमंत्री गौतम बुध नगर को आर्थिक राजधानी का दर्जा देकर यहां पर प्रतिमा कुछ दिन के लिए कैंप ऑफिस शुरू करते हैं तो यह उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिम क्षेत्र के संतुलन को नई दिशा देगा और प्रदेश के विभाजनकारी सोच रखने वालों को बाद जवाब मिलेगा ।
ऐसे में प्रतिमाह गौतम बुध नगर में आने वाले मुख्यमंत्री क्या वाकई आने वाले दिनों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों की इस मांग को पूरा करने की ओर ध्यान देंगे और यहां पर मुख्यमंत्री के कैंप ऑफिस की तैयारी शुरू करेंगे या आने वाले दिनों में ही दिखाई देगा ।