नोएडा शहर में चल रही अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग एक समाजसेवी को भारी पड़ गई है । नोएडा के एक समाजसेवी ने अवैध दुकान लगाने वाले को हटाने की शिकायत करने के बाद उसको फसाने के लिए दुकानदार से ₹500 के पेटीएम करके पुलिस में शिकायत देने के झूठे आरोप की कहानी सोशल मीडिया पर लिखी है जिसके बाद नोएडा शहर में अवैध अतिक्रमण को लेकर कार्य करने वाले समाजसेवियों के बीच भय उत्पन्न हो गया है ।

मामला नोएडा के 7x का है जहां अमित गुप्ता नाम के एक समाजसेवी ने सोशल मीडिया पर लिखते हुए बताया कि कुछ दिनों पहले उन्हें के पेटीएम पर ₹500 रिसीव हुए । बिना जानकारी के उनके अकाउंट में आए इन पैसों के बारे में अमित ने तुरंत पेटीएम के कॉल सेंटर से संपर्क किया और इन पैसों का सोर्स पूछा । मामला अभी कंपनी के साथ प्रक्रिया में हीं था कि मंगलवार को अमित के अनुसार स्थानीय पुलिस थाने से उनके पास फोन आया कि उनके खिलाफ सरफराज नाम के पंचर लगाने वाले व्यक्ति ने पंचर की दुकान लगाने के बदले में ₹2000 की वसूली करने के आरोप लगाए हैं ।
अमित गुप्ता ने इस पूरे प्रकरण को सामने रखते हुए आरोप लगाए कि उनके खिलाफ इस तरीके से जानबूझकर मुकदमे में फंसने की तैयारी की जा रही है ताकि शहर में वेंडिंग जोन से लेकर नोएडा प्राधिकरण के कार्य पर प्रश्न चिन्ह उठाने वाले समाजसेवियों को रोका जा सके ।
सोशल मीडिया पर लोगो ने इसकी आवाज उठाते हुए पुलिस से इस पर जांच की मांग की है लोगों ने कहा कि पुलिस विभाग से अनुरोध है घटना के मास्टरमाइंड सरफराज नाम के व्यक्ति के विरुद्ध तुरंत मुकदमा पंजीकृत किया जाए।

लोगों ने इस घटना के सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद अमित गुप्ता के साथ हुए घटनाक्रम की जांच की मांग की है ।