नोएडा/जेवर: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) पर आज होने वाला महत्वपूर्ण फ्लाइट ट्रायल टल गया है। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) को आज गुरुवार को नेविगेशन कैलीब्रेशन के लिए मिनी एयरक्राफ्ट के साथ जो जांच करनी थी, वह स्थगित हो गई है। अब यह अहम ट्रायल कल, 31 अक्टूबर को होने की प्रबल संभावना है।
ट्रायल टलने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन यह जांच एयरपोर्ट को आधिकारिक एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने के लिए अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण चरण है।

लाइसेंस जारी करने से पहले अनिवार्य है यह जांच
डीजीसीए एयरपोर्ट पर यात्रियों और विमानों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए यह फ्लाइट टेस्ट करा रहा है। एयरोड्रम लाइसेंस जारी करने से पहले यह जांच अनिवार्य होती है। DGCA, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) और अन्य संबंधित एजेंसियां सोमवार से ही एयरपोर्ट पर विभिन्न सुरक्षा और संचार उपकरणों की जांच कर रही हैं।
पिछले तीन दिनों से चल रही जांच में रनवे पर विमानों की लैडिंग एवं टेकऑफ के लिए स्थापित नेविगेशन सिस्टम और संचार उपकरणों का गहन निरीक्षण किया गया है।

अब तक सभी सिस्टम मानकों के अनुरूप
एजेंसी द्वारा की गई शुरुआती जांचों में एक सकारात्मक प्रगति सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, अभी तक जांच में सबकुछ तय अंतरराष्ट्रीय मानकों के मुताबिक ही मिला है। नेविगेशन और संचार उपकरणों की सभी जरूरी जांचें सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई हैं।
अब सिर्फ अंतिम चरण का फ्लाइट टेस्ट बाकी है। इसी के तहत मिनी एयरक्राफ्ट के सफल लैडिंग और टेकऑफ की ‘कैलीब्रेशन टेस्टिंग’ की जानी है, जो आज टल गई।
कल फ्लाइट टेस्ट पूरा होने के बाद मिलेगा लाइसेंस
माना जा रहा है कि शुक्रवार (31 अक्टूबर) को अगर मिनी एयरक्राफ्ट रनवे से सफलतापूर्वक उड़ान भरता है और कैलीब्रेशन टेस्टिंग पूरी हो जाती है, तो फ्लाइट टेस्ट पूरा मान लिया जाएगा।
इस सफल परीक्षण के बाद, डीजीसीए फाइनल रिपोर्ट के आधार पर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एयरोड्रम लाइसेंस जारी कर देगा। यह लाइसेंस मिलने के साथ ही एयरपोर्ट व्यावसायिक उड़ानों के संचालन के लिए तैयार हो जाएगा।


