गौतम बुध नगर भाजपा में जिला अध्यक्ष बने लगभग एक माह का समय होने को आ गया है और अब तक कार्यकारिणी के गठन को लेकर कोई हलचल दिखाई नहीं दे रही है । इससे पूर्व में भी पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र मावी के पूरे कार्यकाल में कार्यकारिणी के गठन का इंतजार होता रहा और धीरे-धीरे करके पदों की भागदौड़ में लगे लोग संगठन से किनारा करने लग गए थे । लोकसभा चुनाव के बाद तो ऐसी स्थिति आ गई थी कि जिला कार्यालय पर कई कई दिनों तक कार्यकर्ता भी दिखाई देना मुश्किल हो गया था ।
ऐसे में अब एक बार फिर से एक माह बीत जाने के बाद भी जिला कार्यकारिणी महामंत्री और उपाध्यक्ष के पदों पर कोई संयोजन होता ना दिखाई देने के कारण जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं में निराशा व्याप्त दिखाई देने लगी है । वहीं दूसरी ओर कई लोग जिला कार्यकारिणी में महामंत्री और उपाध्यक्ष के लिए पदों को लेकर नेताओं से सौदेबाजी का खेल भी खेलने लग गए हैं एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार इनमें कुछ लोग तो पुरानी कार्यकारिणी के लोगों को भी पद देने के लिए ऑफर देने तक पहुंच गए ।
एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार कई वर्तमान पदाधिकारी ने ऐसे लोगों को सीधा कह दिया है कि तुम अपने पद की तैयारी कर लो हमें अब जिला संगठन में किसी पद पर काम नहीं करना है ।
जिले में चल रही नए और पुराने कार्यकर्ताओं के बीच इस रस्साकसी को देखते हुए जिले के कई कार्यक्रमों पर असर पड़ रहा है वहीं जिले के बचे हुए चार मंडलों में भी अभी तक मंडल अध्यक्ष के लिए कोई निर्णय नहीं हुआ है बचे हुए मंडलों में दावेदारों के बीच चर्चा आम है कि चुनाव 2027 में है इसलिए फिलहाल संगठन किसी काम को करने की जल्दी में नहीं है । और सभी लोग अगले 6 महीने इसी तरीके से निकालना चाहते हैं ताकि पार्टी के कार्यक्रमों में बिना मतलब जाने से बचा जाए ।
ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि क्या 27 के विधानसभा चुनावों लिए भाजपा पूरी तरीके से तैयार है या फिर लगातार कार्यक्रमों के दबाव से कार्यकर्ता अब पार्टी से दूरी बनाने में ही अपना लाभ देख रहा है । और अगर कार्यकर्ता के उदासीन होने की चर्चाएं सही हैं तो क्या 27 में वाकई भारतीय जनता पार्टी को चुनाव के समय परेशानी आने वाली है क्योंकि 2 साल से अधिक बिना नए पदाधिकारी के चल रही भाजपा आखिरी समय में जब पदाधिकारी घोषित करेगी तब वह जिले में बूथ स्तर तक कितना कार्य कर पाने में सक्षम होंगे यह समय ही बताएगा ।