आशु भटनागर I गौतम बुध नगर लोकसभा सेट की सबसे प्रमुख विधानसभा नोएडा महानगर में इन दोनों दो चर्चाएं चल रही है पहली चर्चा इस बात की है कि डॉ महेश शर्मा यहां कितने वोटो से जीतेंगे । डॉ महेश शर्मा की जीत को नोएडा महानगर से बड़ा करने के लिए नोएडा महानगर भाजपा अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने लंबी चौड़ी तैयारी कर दी है
गौतम बुध नगर सीट पर समाजवादी पार्टी से कमजोर प्रत्याशी उतार जाने की चर्चा के बाद दूसरी सबसे बड़ी चर्चा डॉ आश्रय गुप्ता के ऊपर कहीं जा रही है । शहर में समाजवादी पार्टी में इन दोनों चर्चा हो रही है कि असल में सांसद डॉ महेश शर्मा और डॉ महेंद्र नगर के बीच मुकाबले के साथ-साथ जिले में एक और मुकाबला हो रहा है । ओर इसे वैश्य समाज से भाजपा नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता और वैश्य समाज से ही समाजवादी पार्टी महानगर अध्यक्ष आश्रय गुप्ता के बीच में बताया जा रहा है ।
पार्टी के भीतर जहां यह कहा जा रहा है की मनोज गुप्ता लगातार भारतीय जनता पार्टी के प्रचार को चर्चा में बनाए हुए हैं । वहीं आश्रय गुप्ता वैश्य समाज से ही समर्थन प्राप्त करने में नाकाम रहे हैं । वैश्य समाज के अन्य समाजवादी पार्टी के नेता फिलहाल चुनाव प्रचार में आगे दिखाई नहीं दे रहे हैं इससे यह माना जा रहा है कि यह सब आश्रय गुप्ता के कमजोर प्रबंधन के कारण हो रहा है।
पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने एनसीआर खबर को बताया कि 2012 से इस विधानसभा में पुराने अध्यक्षों के कार्यकाल को देखें तो वीर सिंह यादव से लेकर दीपक विग तक सभी ने लगातार पार्टी को के वोट प्रतिशत को आगे बढ़ाया है । 2022 के विधानसभा चुनाव में लगभग पार्टी को 63 000 वोट समाजवादी पार्टी को मिले थे जो 2017 के कांग्रेस के साथ मिलकर लड़े गए चुनाव में मिले 57000 वोटो के मुकाबले बेहतर थे ।
2022 में ही पहली बार समाजवादी पार्टी को शहरी बूथ पर भी वोट पाने में सफलता मिली थी किंतु नोएडा महानगर में लोकसभा चुनाव के दौरान अभी तक प्रचार ग्रामीण क्षेत्रों में ही दिख रहा है। पिछले चुनाव में सोसाइटी में समाजवादी पार्टी के लिए वोट मांग रहे और अब पार्टी छोड़ चुके पूर्व शहरी समाजवादी नेता शैलेंद्र वर्णवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अभी तक किसी भी सोसाइटी में समाजवादी पार्टी का प्रचार करने कोई नेता नहीं पहुंचा है ।
स्थिति यह भी थी कि जहां विधानसभा चुनाव में ही नोएडा महानगर में दो कार्यालय खोले गए थे जिसमें एक वर्तमान जगह पर ग्रामीण कार्यालय बनाया गया था जबकि सेक्टर 20 में दूसरा कार्यालय शहरी लोगों को केंद्रित करके बनाया गया था । किंतु फिलहाल पूरे लोकसभा में अभी तक दो या तीन कार्यालय खोले जा सके हैं जिसमें नोएडा महानगर के कार्यालय पर लगातार कई प्रश्न उठ रहे हैं समाजवादी पार्टी के एक कार्यकर्ता ने तो यहां तक कहा कि इसी ग्रामीण कार्यालय में हम पिछला चुनाव भी हारे थे पर समझ नहीं आ रहा कि आखिर फिर से इसी जगह कार्यालय लेने की क्या जरूरत पड़ गई ।
ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि क्या डॉक्टर महेश शर्मा की जीत के साथ ही जिले में वैश्य समाज के नेता के तौर पर मनोज गुप्ता की धाक जम जाएगी और क्या आश्रय गुप्ता के कमजोर नेतृत्व के कारण समाजवादी पार्टी में वैश्य समुदाय को किनारे कर दिया जाएगा या फिर आश्रय गुप्ता कोई बड़ा उलट फिर करते हुए इस बार गौतम बुद्ध नगर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को अप्रत्याशित बढ़त दिलाने में कामयाब होंगे ?