ग्रेटर नोएडा बेस्ट की मॉल्स की पार्किंग में गाड़ियां खड़ी करने वाले लोगों की गाड़ियां वहां भी सुरक्षित नहीं है ग्रेटर नोएडा वेस्ट के प्रमुख मॉल गैलेक्सी ब्लू सफायर से पार्किंग से गाड़ी चोरी होने का वायरल वीडियो के सामने आने के बाद ऐसा ही लग रहा है । सोशल मीडिया पर इस वीडियो को वायरल करते हुए लोग तमाम तरीके की बातें इन मॉल की सिक्योरिटी और प्रबंधन पर कर रहे हैं।
नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने मॉल प्रबंधन द्वारा पीड़ित को मुआवजा न दिए जाने के खिलाफ पुलिस से कार्यवाही की मांग करते हुए लिखा इतने बड़े मॉल में चोरी हो जाती है और मॉल प्रबंधन कोई जिम्मेदारी लेने से इनकार कर देता है ऐसे में आम आदमी इन मॉल में अपनी गाड़ियों की सुरक्षा के लिए कहां जाएगा ।
एक अन्य यूजर दीपांकर कुमार ने लिखा है कि चोरों के हौसले इतने बुलंद कैसे हो गए हैं? मॉल का गार्ड आखिर बिना पर्ची देखे बाइक कैसे ले जाने दिया? मॉल पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
सामाजिक कार्यकर्ता जोगिंदर सिंह ने आरोप लगाया है कि ऐसा प्रतीत हो रहा है सेकुरिटी ही चोरी करवा रही हैं, यह सब सथानीय पोलिस से मिल ही संभव है। न सही छानबीन होगी न ही न्याय मिलेगा
क्या है कहता है सुप्रीम कोर्ट का नियम?
एनसीआर खबर ने लीगल एक्सपर्ट मनु बैरागी से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के मुताबिक, अगर ग्राहक किसी मॉल्स,होटल या रेस्टोरेंट में जाता है और उसके मैनेजमेंट को अपनी गाड़ी की चाबी सौंप देता है तो गाड़ी की सुरक्षा मॉल्स या होटल ही करेगा। ऐसे में अगर गाड़ी चोरी होती है या फिर उसमें कुछ नुकसान होता है तो इसका मुआवजा होटल द्वारा दिया जाएगा।
अगर आपकी गाड़ी होटल के फ्री पार्किंग एरिया में लगी है, तब भी गाड़ी के चोरी होने पर आपको इसका पूरा भुगतान मिलेगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर मॉल्स या होटल यह कहकर भुगतान करने से मना कर दें कि कार पार्किंग मुफ्त में दी गई थी, तो वह ऐसा नहीं कर सकता है