गौतम बुध नगर मैं राजनीति इन दिनों भाजपा बनाम विपक्ष नहीं होती है यहां पर राजनीति भाजपा बनाम भाजपा है । लोकसभा चुनाव का परिणाम भी वैसे ही परिलक्षित होता दिखाई देगा । जीतेगी बीजेपी लेकिन भाजपा का कौन सा पक्ष कितना हावी रहेगा, 4 जून में बाद उस पर ही चर्चा करेंगे लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के नेताओं के बीच ही यहां पर हाई राइज सोसाइटियों के अंदर लगी लिफ्ट को लेकर यूपी सरकार द्वारा बनाए गए लिफ्ट एक्ट पर क्रेडिट लेने की होड मची थी।
मौसम चुनाव का था तो एक सांसद और भाजपा के ही एक महत्वाकांक्षी विधायक इस मामले पर आमने-सामने आ गए और बाजी विधायक को मार ली किंतु क्या इससे लोगों को कोई फायदा हुआ लिफ्ट एक्ट पर विधायक द्वारा क्रेडिट लेने के खेल के समय भी एनसीआर खबर में यही प्रश्न उठाए थे की क्या लिफ्ट एक्ट पास होने के बाद भी नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सोसाइटियों की लिस्ट में सुधार आएगा।
और आशा के अनुरूप वही दिखाई दे रहा है बीते 4 महीने में लिफ्ट एक्ट पास होने के बावजूद यहां लिफ्ट की दुर्घटनाओं में कोई कमी नहीं है प्रतिदिन नोएडा और गाजियाबाद की हाई राइज सोसाइटी में ऐसे समाचार आते हैं जहां कहीं कोई महिला दो महीने के बच्चे के साथ लिफ्ट में फंस जाती है तो कहीं कोई बुजुर्ग आधे घंटे तक लिफ्ट में फंसे होते हैं और बीते कुछ दिनों से तो कई सोसाइटी में यहां आती हो गई है रविवार और सोमवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट की अजनारा होम सोसाइटी के ओ टावर की तीनों लिफ्ट खराब हो गई और 28 फ्लोर वाली इस बिल्डिंग के निवासी अपने फ्लैट तक जाने के लिए सीढ़ियो का सहारा लेते दिखाई दिए ।
हैरानी की बात यह है की लिफ्ट एक्ट को पास करने का दावा करने वाले विधायक रविवार को ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी में बिजली की समस्या पर क्रांतिकारी बैठक कर रहे थे किसी ने उनसे पूछना उचित नहीं समझा की नए मुद्दे पर राजनीति करने से अच्छा अगर पुराने मामले को भी देख लेते तो शायद जानता ज्यादा सुखी महसूस करती ।
प्रश्न नोएडा ग्रेटर नोएडा जैसे प्राधिकरणों पर भी है तो नोएडा पुलिस पर भी है कि आखिर बहुतायात में हो रही लिफ्ट फंसने की घटनाओं पर यह अधिकारी कोई संज्ञान क्यों नहीं ले रहा है ?