दिल्ली नोएडा, गाज़ियाबाद, ग्रेटर नोएडा समेत देश-दुनिया, राजनीति, खेल, मनोरंजन, धर्म, लाइफस्टाइल से जुड़ी हर खबर सबसे पहले पाने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें या एनसीआरखबर वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें।
main newsएनसीआरगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नॉएडाग्रेटर नॉएडा वेस्टदिल्लीनोएडा

इंटरनेशनल किडनी कांड में नया सच आया सामने, बांग्लादेश में ही बना देते थे अपोलो और यथार्थ अस्पताल के फर्जी कागज, अस्पतालों की भूमिका जांच के घेरे में!

दिल्ली और नोएडा के अस्पतालों में चल रहा इंटरनेशनल किडनी कांड में अब नया सच सामने आया है इसके बाद इस कांड में अस्पतालों की भूमिका और उनके लोगों की मिली भगत होने की संभावना बढ़ती जा रही है ।

जानकारी के अनुसार इस पूरे कांड के मास्टरमाइंड बताई जा रहे रसेल ने भी 2019 में अपनी किडनी को डोनेट किया था ताकि वह लोगों को यह बता सके विश्वास दिला सके की एक किडनी देने से कोई फर्क नहीं पड़ता है गिरोह का नेटवर्क दिल्ली नोएडा से लेकर बांग्लादेश तक इतना स्ट्रांग था इसके सदस्य किडनी दानकर्ता और प्राप्तकर्ता के बांग्लादेश में ही अपोलो और यथार्थ अस्पताल के फर्जी कागज बना देते थे जिसके आधार पर इन लोगों को मेडिकल वीजा मिल जाता था।

Advertisement
Yatharth Two New Hospital Digital Ad 900 X 900 PX 1

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में 15 साल से किडनी ट्रांसप्लांट सर्जन डॉक्टर डी. विजया राजकुमारी तैनात थी। इनके दो नर्सिंग कर्मचारी भी गिरफ्तार हुए हैं। डॉक्टर विजया को जाली कागजात के आधार पर आरोपितों द्वारा किए जा रहे अवैध कार्य के बारे में पूरी जानकारी थी। डॉक्टर डी. विजया राजकुमारी नोएडा एक्सटेंशन स्थित यथार्थ अस्पताल में विजिटिंग कंसल्टेंट थी।

Advertisement
NCR Subscriptions

दिल्ली पुलिस के सूत्रों की माने तो गिरगांव का सरगना रसेल 2019 में बांग्लादेश से भारत आया था यहां पर वह गैर कानूनी ढंग से किडनी प्रत्यारोपण का गृह चला रहे हैं यासीन के संपर्क में आया यासीन ने उसे अपने घरों से जोड़ लिया इसके बाद 2019 में रसेल ने अपनी किडनी को डोनेट किया इसके बदले उसे 4 लाख तक मिले थे 2021 में यासीन ब्लैक लिस्ट हो गया और भारत से फरार हो गया जिसके बाद यहां पर रसल ही सारे काम करने लगा।

पुलिस के अनुसार रसेल जिन किडनी डोनर और रिसीवर को भारत लता था उनके पासपोर्ट और वीजा तो असली होते थे किंतु मेडिकल के कागज फर्जी होते थे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का दावा है कि यह ग्रह अब तक 500 लोगों के किडनी प्रत्यारोपण करवा चुका है।

वही इस मामले में अपोलो और यथार्थ दोनों ही अस्पतालों के बयानों  में आरोपित डॉक्टर के ऊपर ही सब ठीकरा थोड़ा जा रहा है । किंतु प्रश्न यह है कि जो गिरोह बांग्लादेश में बैठकर इन अस्पतालों के फर्जी कागज बना दे रहा था आखिर उसकी अस्पतालों में बिना घुसपैठ हुई या बिना मिली भगत के किस तरीके से असली डॉक्यूमेंट बनाने में महारत हासिल हुई ।

इस पूरे प्रकरण को रख लेकर एनसीआर खबर में नोएडा के पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ एक परिचर्चा कि उसे आप नीचे सुन सकते हैं

Show More

NCR Khabar Internet Desk

एनसीआर खबर दिल्ली एनसीआर का प्रतिष्ठित हिंदी समाचार वेब साइट है। एनसीआर खबर में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय,सुझाव और ख़बरें हमें mynews.ncrkhabar@gmail.com पर भेज सकते हैं या 09654531723 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं हम आपके भरोसे ही स्वतंत्र ओर निर्भीक ओर दबाबमुक्त पत्रकारिता करते है I इसको जारी रखने के लिए हमे आपका सहयोग ज़रूरी है I अपना सूक्ष्म सहयोग आप हमे 9654531723 पर PayTM/ GogglePay /PhonePe या फिर UPI : 9654531723@paytm के जरिये दे सकते है

Related Articles

Back to top button