जिनको मलाई नही मिली, ऐसे और भी कई लोग भाजपा से सपा में वापस जा सकते है, भाजपा नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने यह दावा एनसीआर खबर से प्रताप चौहान के समाजवादी पार्टी में वापस जाने पर कहाI उनका इशारा प्रताप चौहान के साथ आये कई नेताओं पर था I
मीडिया में आए प्रताप चौहान के बयान के अनुसार उन्होंने दावा किया कि वह कहीं गए ही नहीं थे उनके साथ राजनीतिक साजिश हुई वह सपा के ही कार्यकर्ता ही थे। जबकि नोएडा में हुई अमित शाह की रैली के दौरान भाजपा नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने मंच से उनको माला पहनकर उनके नाम की भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी। ऐसे में प्रताप चौहान तब सही थे या अब सही हैं इसकी चर्चा खूब हो रही है। वहीं कुछ लोगो का कहना है कि जल्दबाजी में प्रताप चौहान कहीं भाजपा और सपा के बीच राजनीति में फंस कर त्रिशंकु ना बन जाए।
मनोज गुप्ता ने दावा किया कि कई ऐसे लोग थे जो अपनी जमीन बचाने के लिए और भाजपा में मलाई खाने के लिए आए थे किंतु जब उन्होंने देखा कि ऐसा नहीं हो पा रहा है तो उनके वापस लौटने का क्रम शुरू हो गया है। इसी क्रम में प्रताप चौहान वापस सपा में चले गए हैं उनके बाद उनके साथ और आसपास आए कई लोगों के भाजपा से जाने के से जाने के समाचार आ सकते हैं ।

आपको बता दें की नोएडा के शिवालिक पार्क में आयोजित अमित शाह की रैली के दौरान संजय चैची, मदन चौहान, अशोक चौहान और प्रताप चौहान ने भाजपा की सदस्यता हासिल की थी स्वयं नोएडा महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने मंच से प्रताप चौहान के भाजपा में शामिल होने की घोषणा की थी ।
वहीं समाजवादी पार्टी में भी प्रताप चौहान की वापसी के बाद उभर कई नेताओं को उनकी वापसी के बाद अपनी भूमिका कमजोर होने का डर सताने लगा है पार्टी में कई लोगों ने प्रताप चौहान को लेकर शीर्षनेतृत्व को अपनी अपनी शिकायतें भेजी है।
मीडिया में प्रताप चौहान ने अखिलेश यादव और धर्मेंद्र यादव के साथ अपनी तस्वीर जारी करके यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनको पार्टी में वापस ले लिया गया है वही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी अध्यक्ष सुधीर भाटी का दावा है कि वह कार्यक्रम में अचानक चले आए इसलिए शिष्टाचार के नाते उन्हें शाल पहनाया था किंतु प्रश्न यह उठ रहे हैं कि यदि स्थानीय नेतृत्व को उन्होंने अखिलेश यादव और धर्मेंद्र यादव के नाम पर एंट्री की बात की थी तब स्थानीय नेतृत्व ने उनको लेकर शीर्ष नेतृत्व से कोई जानकारी क्यों नहीं ली?
प्रश्न अखिलेश यादव के उसे बयां पर भी खड़े हो रहे हैं जिसमें उन्होंने सपा से भाजपा में गए नेताओं की वापसी के दरवाजे बंद करने की बात कही थी जनता में इस बात को लेकर चर्चा है कि क्या अखिलेश यादव का दावा महज कुछ महीनो में ही हवा हो गया है और पार्टी छोड़कर गए लोगों की वापसी के लिए उनकी पॉलिसी बदल गई है I