राजेश बैरागी I यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा लगातार लाई गई दो आवासीय भूखण्ड योजनाओं से क्षेत्र में आकाश छू रहे आवासीय भूखण्डों के रेटों पर ब्रेक लग गया है। आगामी वर्ष की शुरुआत में ऐसी ही एक और बड़ी योजना आने की सुगबुगाहट के चलते रातोंरात करोड़पति बनने के सपने देखने वाले निवेशकों और भूमि व्यापारियों में जहां बेचैनी महसूस की जा रही है वहीं यीडा क्षेत्र में घर बनाने का सपना देखने वाले वास्तविक खरीदारों को राहत अनुभव हो रही है।
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा पिछले दो महीनों में ताबड़तोड़ एक के बाद दूसरी आवासीय भूखण्ड योजनाएं लाकर तथा धनौरी गांव के 7 प्रतिशत किसान आबादी के 672 भूखंडों के एकमुश्त आवंटन से क्षेत्र में आम आदमी की पहुंच से दूर जा चुकी आवासीय भूखण्ड की दरों पर रोक लगा दी है। यीडा द्वारा गत 10 अक्टूबर को 352 आवासीय भूखंडों की योजना का सफलतापूर्वक ड्रा किया गया था।उस योजना में एक भूखंड के लिए लगभग सात सौ लोगों ने आवेदन किया था। इसके इक्कीस दिन बाद ही सेक्टर 24 ए में यीडा द्वारा 451 आवासीय भूखंडों की योजना जारी कर दी गई। इस योजना में खासतौर पर 120,162,200 वर्गमीटर के भूखंड रखे गए हैं जो आम खरीदार की आर्थिक स्थिति के अनुकूल हैं।
लगातार दो योजनाएं आने तथा क्षेत्र के धनौरी गांव की भूमि अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को सात प्रतिशत भूमि के बराबर 672 आवासीय भूखण्ड आवंटित होने से निवेशक और दलाली करने वाले हैरान हैं। धंधे पर आंच आते देख इन लोगों ने यीडा की वर्तमान योजना को अविकसित व बेकार बताकर कुप्रचार भी शुरू कर दिया है।कल 30 नवंबर इस योजना में आवेदन का अंतिम दिन है। प्राधिकरण सूत्रों ने योजना के आगे बढ़ने की संभावना से इंकार किया है। इस योजना के आवेदकों के बीच आगामी 27 दिसंबर को ड्रॉ किया जाएगा तथा असफल आवेदकों की जमा धनराशि 29 दिसंबर से वापस की जाने लगेगी।
इस क्षेत्र में भू संपत्ति व्यापार से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि पिछले दो महीनों में यीडा क्षेत्र में आवासीय भूखण्डों की दरों में बड़ी गिरावट आई है। इस बीच एक बड़ी आवासीय भूखण्ड योजना आगामी वर्ष की शुरुआत में भी आ सकती है।यीडा के इस प्रकार ताबड़तोड़ आवासीय भूखण्ड योजनाएं लाने से नोएडा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्रों में भी प्रभाव पड़ने की आशंकाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है।