संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में दिल्ली कूच के लिए निकले किसानों को आखिरकार प्रशासन मनाने में कामयाब हो गया। प्रशासन से बातचीत के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने फिलहाल दिल्ली जाने की जगह नोएडा के प्रेरणास्थल पर ही अपना पड़ाव डाल दिया और प्रशासन को 7 दिनों के लिए समय दिया है 7 दिनों तक किसान यहां पर आंशिक रूप से धारण करते रहेंगे ।
इसके साथ ही किसानों ने कूच के दौरान पकड़े तीन किसान नेता सुनील फौजी, अंशुमान ठाकुर व अमन सिंह को छोड़ने की मांग की। किसानों ने महामाया फ्लाईओवर पर रोके किसानों के राशन पानी से भरे ट्रैक्टरों को भी आगे आने पर जोर दिया।
उसके बाद पुलिस अधिाकरियों से वार्ता कर प्राधिकरण के अधिकारियों को मौके पर बुलाया। पुलिस और प्राधिकरण अधिकारियों से वार्ता के बाद किसान नेता माने। वहीं पर खाना खाया। उसके बाद किसान दलित प्रेरणा स्थल पर शिफ्ट हो गए।
हम लगातार किसान नेताओं से बातचीत कर रहे थे। किसानों ने अधिकारियों को अपनी मांगें बताई हैं और अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिया है। ट्रैफिक व्यवस्था सामान्य स्थिति में लौट आई है।
शिवहरि मीणा, अपर पुलिस कमीश्नर कानून-व्यवस्था,
अपनी मांगों को लेकर सोमवार को दिल्ली कूच को निकले किसान महामाया फ्लाईओवर से दो बैरिकेडिंग तोड़कर दलित प्रेरणा स्थल पर जाकर बैठ गए। रास्ते में पड़ने वाली तीसरी बैरिकेडिंग पार नहीं कर पाए। इससे पहले किसानों के कारण शहर भर की ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ा गई। दिल्ली से नोएडा, नोएडा से ग्रेटर नोएडा और दिल्ली जाने वाले लोगों को कई-कई घंटों जाम ले झूझना पड़ रहा था। लोगों ने बताया कि वह करीब 4-4 घंटों से इस जाम में सिर्फ गोल-गोल घूम रहे थे । सुबह से ही यही हालत पूरे शहर की बनी रही । लगातार जाम से लोग जूझते रहे ।
जाम से हाहाकार, एंबुलेंस फंसी
दिल्ली कूच के चलते दिल्ली-नोएडा रोड पर भारी जाम लग गया है। जाम में एंबुलेंस तक फंस गई। कई वाहन घंटों से जाम में फंसे रहे ।
क्या है किसानों की मांगे
इस आंदोलन में भाकियू टिकैत, भाकियू महात्मा टिकैत भाकियू अजगर, भाकियू कृषक शक्ति तथा भारतीय किसान परिषद और अखिल भारतीय किसान सभा, किसान एकता परिषद, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा कल 12 बजे महामाया फ्लाईओवर पहुंचकर तत्व जय जवान जय किसान मोर्चा और सिस्टम सुधार संगठन आगरा शामिल है ।
किसानों की मांगे 10% प्लॉट, 64.7% मुआवजा तथा नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार बाजार दर का 4 गुना मुआवजा, 20% प्लॉट दिए जाने और भूमिधर, भूमिहीन किसानों के सभी बच्चों को रोजगार तथा पुनर्वास के सभी लाभ दिए जाने एवं आबादियों का निस्तारण किए जाना है ।