मेट्रो शहरों में आवारा कुत्तों और उनके नाम पर फर्जी कुत्ता प्रेमी गैंग के लोगों के पाखंड और अत्याचार के खिलाफ ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अब समाजसेवियों का ग्रुप उतर गया है I इस ग्रुप में Dog Menace नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है जिसमें पूरे ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लोगों को शामिल किया जा रहा है। दीपांकर कुमार ने आज ट्वीट करते हुए कहा की फर्जी कुत्ता प्रेमी गैंग के षड्यंत्र के कारण फिर से पंचशील ग्रीन 2 सोसाइटी में आवारा कुत्ते ने एक प्रेसिडेंट को काट लिया
फर्जी कुत्ता प्रेमी गैंग एवं उनको संचालित करने वाले NGO के द्वारा रचे हुए षड्यंत्र के कारण आज फिर से पंचशील ग्रीन्स 2 सोसाइटी में आवारा कुत्ते ने एक रेजिडेंट को काट लिया. आखिर इन आवारा कुत्तों को क्यों नहीं सोसाइटी के अंदर से हटाया जाना चाहिए? https://t.co/ZAEoXtNvNl pic.twitter.com/JsY6OT28Jt
— DIPANKAR KUMAR (@dipankar_18) October 11, 2023
ग्रुप के संस्थापक सदस्य दीपांकर कुमार ने एनसीआर खबर से विशेष बातचीत को बताया की हम पशुओं के खिलाफ नहीं है हम भी पशु प्रेमी है किंतु पशु प्रेम के नाम पर आवारा कुत्तों को कवच बनाकर समिति के बुजुर्गों महिलाओं की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ एकजुट होकर शांतिपूर्ण ढंग से कानूनी रूप से अपनी बात रखी जाने के पक्ष धर रहे हैं ।
सोसाइटी में रह रहे कुत्तों के आतंक के खिलाफ इस ग्रुप के जरिए प्रशासन तक आवाज पहुंचाई जाएगी। आवारा कुत्तों के लिए प्रशासन शेल्टर होम बनाए, जिससे वह भी हादसों के शिकार होने से बचे और सोसाइटी के लोग भी सुरक्षित रहें उन्होंने आरोप लगाया कि तथाकथित कुत्ता प्रेम गैंग की दिलचस्पी सिर्फ फोटो खींचने में है ना कि कुत्तों को बेहतर जीवन देने में है ।
इस सिंडिकेट में कुत्तों के काटे जाने के बाद लगाए जाने वाले इंजेक्शन की कंपनियों के भी हाथ होने की बात लोगों द्वारा कही जा रही है । लोगों के आरोप है कि फर्जी कुत्ता प्रेमी गैंग को इन कंपनियों के मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव की तरफ से उपहार मिलते हैं, फंड मिलता है और यह लोग लगातार ऐसे प्रयास करते रहते हैं कि कुत्ते लोगों को कटते रहे । इससे मेडिकल कंपनी और कुत्ता प्रेमी गैंग दोनों का फायदा होता है किंतु इससे आम आदमी प्रताड़ित होता है ।
हद तो तब हो गई जब इस पूरे गैंग ने भारत सरकार पर दवाब बनाकर एबीसी रूल 2023 में कुत्ते को कम्युनिटी डॉग का दर्जा दिलवा दिया है । इसके बाद सरकारी आदेशों की आड़ में लोगों का शोषण शुरू हो गया है और लगातार समाज में इसके खिलाफ आवाज उठानी शुरू हो गई है । ऐसे में अब समाजसेवी और जनता के समर्थन से बनाया नया ग्रुप इतने बड़े सिंडिकेट से लड़ने में सफल हो पाएगा या फिर कानून नहीं दाव पेच में उलझ कर एक बार फिर से जनता परेशान होती रहेगी या आने वाला भविष्य बताएगा ।