गौतम बुध नगर में अपराध को लेकर पुलिस कितना भी दावा करें किंतु लूट और छेड़छाड़ की घटनाएं लगातार होती रहती हैं किंतु एक घटना ऐसी भी आई है जिसने जिले में लोगों की गिरती मानसिकता को प्रदर्शित किया है । बीटा 2 थाने के अंतर्गत कुत्ता प्रेम की आड़ में आरोप लगे हैं कि उसने सड़क से एक कुत्तिया को अपने घर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की और लोगों के द्वारा देखे जाने और शोर मचाने पर उसे दूसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया है । आरोपी मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है और बीटा 2 थाना क्षेत्र के अल्फा 2 सेक्टर में किराए के मकान में रहता है।

इस मामले पर बीटा 2 थाने में एक महिला वकील द्वारा आरोपी सोनवीर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है । घटना के बाद लोगों में तमाम तरीके की चर्चाएं हैं। कुत्तों के साथ यौन प्रताड़ना कोई नई घटना नहीं है पहले भी ऐसे कई प्रकरण सामने आए हैं जिसमें लोगों ने जानवरों के साथ ऐसे नीच हरकतें की है बीते दिनों बरेली में एक जानवर के साथ तीन लोगों द्वारा इस तरीके की हरकत सामने आई थी ।
बकरी-कुतिया से सेक्स क्यों करते हैं लोग? डॉक्टर मानते हैं मानसिक बीमारी
सामान्य लोग इस बात पर यकीन ही नहीं कर पाते कि कोई इंसान जानवरों के साथ शारीरिक संबंध भी बना सकता है, वहीं डॉक्टर इसे एक गंभीर मानसिक बीमारी मानते हैं जिसका इलाज किया जा सकता है। एक्सपर्ट के अनुसार मुताबिक यह बहुत असामान्य तरीके की बीमारी है जो बहुत कम ही लोगों में देखने को मिलती है।
एब्नॉर्मल सेक्सुअल एक्टीविटीज की बीमारी को पैरीफीलिया कहते हैं। इसी का एक तरीका ‘बेस्टीएलिटी’ यानी जानवरों के साथ सेक्स होता है। इसमें सैडिस्ट प्रकृति के इंसान किसी जानवर के साथ सेक्सुअल व्यवहार करते हैं। ऐसे लोग अक्सर पशु प्रेम की आड़ में जानवरों के साथ अपनी यौन इच्छाओं को अंजाम देते है।
ऐसी बीमारी के शिकार अक्सर वही लोग होते हैं जिनका बचपन में सेक्सुअल शोषण हुआ होता है, या उनका हिंसक तरीके से अपमान हुआ होता है। ऐसे लोग अपने उसी मनोविकार को इस तरीके से निकालने की कोशिश करते हैं। इस वर्ग में ऐसे भी लोग हो सकते हैं जो गंभीर यौन इच्छा की भावना रखते हैं और उसकी सामान्य तरीके से पूर्ति नहीं कर पाते हैं। पशु प्रेमियों द्वारा अपने पालतू जानवरों के जननांगों को छूना भी इसी बीमारी की बहुत कम गंभीर प्रकृति मानी जाती है। जो बाद में गंभीर यौन अपराध का कारण बन जाती है ।
शहरों में एकाकी जीवन जी रहे लोगों में इस तरीके की बीमारी बढ़ रही है मेट्रो शहरों में की भाग दौड़ भरी जिंदगी में आजकल महिला और पुरुष अकेले रहते है । तनाव और अकेलेपन को दूर करने के लिए अक्सर वो कुत्तों को पालते है या आसपास के आवारा कुत्तों से प्रेम करने का दिखावा करते है और मौका मिलते ही अक्सर ऐसी हरकतों को अंजाम भी दे देते है । एक्सपर्ट के अनुसार ऐसे घटनाओं के पकड़े जाने का रेट बेहद कम है और अक्सर अपराधी कानून की पकड़ में नहीं आ पाते है या फिर जल्दी छूट जाते है ।