उत्तर प्रदेश के शो विंडो कहे जाने वाले ग्रेटर नोएडा नोएडा और यमुना प्राधिकरण की कार्यशैली पर अक्सर प्रश्न उठाते रहे हैं अक्सर ये देखा गया है कि यहां काम करने के लिए कर्मचारियों की हमेशा कमी रहती है और जो कर्मचारी एक बार यहां अपना खेल जमा लेते हैं वह ट्रांसफर के नाम पर इन्हीं तीन प्राधिकरण में अपनी गोटी फिट करते रहते हैं। इनके अलावा इन तीन प्राधिकरणों से दंडित करने के नाम पर यूपी सीड़ा को डंपिंग ग्राउंड बनाया हुआ है जहां पर समय-समय पर अधिकारियों को दंडित करने के उद्देश्य से भेज दिया जाता है ।
अपने चहेते अधिकारियों को पुनः साथ लाने की चाहे भी इन तीनों प्राधिकरणों में नई नही है । बताया जाता है अक्सर राजनेताओं की संस्तुति पर प्राधिकरण से रिटायर हुए कर्मचारी को फिर से साल भर के लिए विभिन्न पदों पर अस्थाई तौर पर रख लिया जाता है।
ऐसा ही एक नया प्रकरण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सामने आ रहा है जहां नोएडा से रिटायर हुए एक ओएसडी को ग्रेटर नोएडा में संविदा पर नियुक्ति दे दी गई है इस बाबत ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में कुछ समय पहले बाकायदा विज्ञापन निकालकर आवेदन मांगे थे । तब भी इस बात को लेकर लोगों ने प्रश्न उठाए थे कि क्या उत्तर प्रदेश सरकार के पास योग्य कर्मियों का अकाल हो गया है या फिर प्राधिकरणों में चल रहे भाई भतीजावाद की मुहिम के लिए पुराने रिटायर हुए अधिकारियों को ही नए सिरे से नियुक्ति देने की कोई योजना है I वर्तमान नियुक्ति पर इसलिए भी प्रश्न उठ रहा है क्योंकि जिस अधिकारी को ग्रेटर नोएडा में नियुक्त किया गया है उसके खिलाफ नोएडा में तमाम संस्थाओं ने काम ना करने के अलावा कई तरीके के आरोप लगाए थे । रेहड़ी पटरी वालो ने तो बकायदा मुहिम चला दी थी ।
स्मरण रहे कि बीते दिनों औद्योगिक मंत्री के लगातार नोएडा ग्रेटर नोएडा के कार्यों में ज्यादा दखल देने और आवंटन में हस्तक्षेप करने को लेकर तमाम तरीके की बातें भी सामने आई हैं स्वयं औद्योगिक विकास मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस करके यह घोषणा करी थी कि वह प्राधिकरण के कार्यों में हो रही हीला हवाली को बर्दाश्त नहीं करेंगे इसके लिए बाकायदा उन्होंने उदाहरण देकर कुछ बातें बताई थी जिसके बाद यह माना गया था कि शायद जल्द ही कुछ नए या पुराने अधिकारियों को प्रतिनिधियुक्ति देकर मंत्री जी अपना हस्तक्षेप जारी रखेंगेI
ऐसे में पुराने अधिकारी के नए नियुक्ति पत्र के साइन होने के बाद जहां लोग दुखी है तो वही नोएडा मे अधिकारी के समर्थक कुछ लोगो की इस अधिकारी के आने की सूचना से बाछे खिल गयी है I ऐसे मे अब ग्रेटर नोएडा में विकास की बयार बहेगी या फिर नोएडा की तरह फोटो सेशन पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा इस बात के लिए का फैसला भविष्य ही तय करेगा