आवारा कुत्तों के आतंक से जहां एक और पूरे देश में आम जनता परेशान है वहीं लखनऊ में शनिवार रात मुख्यमंत्री की प्लेट की एक बोलेरो गाड़ी के सामने आवारा कुत्ते के आ जाने के कारण पलट गई और कई अनियंत्रित होकर कई वाहनों से टकरा गई जिसमें एक दर्जन लोग घायल हो गए। बोलेरो में सवार पुलिसकर्मी भी घायल हुए घायलों को आनंद फलन में अस्पताल पहुंचाया गया।
जानकारी के अनुसार शनिवार देर शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फ्लीट आ रहा था कि अर्जुनगंज में उनके सामने एक आवारा कुत्ता आ गया । जिसके कारण बलेरो अनियंत्रित होकर कई वाहनों से टकरा गई । आवारा कुत्ते के सड़क पर आ जाने के कारण हुई यह सड़क दुर्घटना इतनी भीषण थी कि तीन गाड़ियां पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गई । गाड़ियों के टकराने की आवाज सुनकर आसपास के लोग उसके पास दौड़े और घायलों को गाड़ियों से निकाला इसमें 6 पुलिसकर्मी समेत में बच्चे और अन्य लोग शामिल है ।
घटना की जानकारी होते ही पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और डीजीपी प्रशांत कुमार भी पहुंचे ।
आवारा कुत्तों के कारण हो रही दुर्घटनाओं पर अखिलेश यादव ने साधा निशाना
दुर्घटना का समाचार आते ही पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आवारा कुत्तों और अन्य पशुओं के सड़कों पर आ जाने से होने वाली दुर्घटनाओं के कारण आम लोगों को होने वाली परेशानियां पर निशाना साधते हुए सरकार से कहा कि आशा है अब इनकी आंखें खुल जाएगी । भाजपा को चुनावो में आवारा पशुओं से निजात दिलाने का अपना वादा याद आ जाएगा ।
आवारा कुत्तों के आतंक से रोज जुझते है प्रदेश वासी
उत्तर प्रदेश समेत पूरे भारत में आवारा कुत्तों के आतंक से रोजाना लोक परेशान है। आवारा कुत्तों के ऊपर कोई सही कानून न होने से जहां तथा कथित कुत्ता प्रेमी गैंग, आम लोगो की भावनाओं और उनके जिंदगी से खेलते हैं वहीं पुलिस प्रशासन कुत्तों के मामले में बेबस नजर आता है।
कई कुत्ता फीडर आवारा कुत्तों को सड़कों और सोसाइटियों में खाना खिलाने के काम करते हैं जिसके कारण कुत्ते सड़कों पर दौड़ने वाली गाड़ियों और बच्चों और महिलाओं पर हमलावर हो जाते हैं लखनऊ के प्रकरण में भी ऐसा ही एक कुत्ता सड़क पर मुख्यमंत्री फ्लीट के सामने आ गया और बड़ी दुर्घटना हुई । ऐसे में जब तक आवारा कुत्तों को लेकर सरकारें सजग नहीं होंगी उनको सड़कों और लोगों के आने-जाने वाले रास्तों से हटकर शेल्टर होम में रीलोकेट करने की पॉलिसी नहीं बनेगी तब तक ऐसी घटनाओं के संभावनाएं बनी रहेंगे ।