आशु भटनागर । रविवार की सुबह यूं तो रिलैक्स होकर कुछ किस्से कहानियां पढ़ने के लिए होती है पर कभी कभी कुछ किस्से सच्चे झूठे भी मिल जाते तो भी क्या हानि है । जी हां आप सही समझे हम बात कर रहे हैं गौतम बुद्ध नगर में प्रचंड जीत के बाद भाजपा सांसद बने डॉक्टर महेश शर्मा से जुड़े कुछ नए किस्सों की ।
तो भैया ताजा किस्सा यह है कि जब जीत प्रचंड हुई है तो इस प्रचंड जीत के दावेदार भी कई है । अब दावेदार कई हैं तो सबको अपने सांसद से इसका इनाम भी चाहिए और यही से बात पुराने और नए दावेदारों या फिर यूं कहें की पुराने के साथ नए लोगों में खटपट शुरू होने के समाचार आ रहे हैं फिलहाल मामला सांसद जी के नए सांसद प्रतिनिधियों की दावेदारी से गड़बड़ा गया है नोएडा से लेकर जेवर तक तमाम लोग इस लाइन में अपनी अपनी दावेदारी लेकर खड़े हैं ।
अब लोगों का कहना है कि नोएडा से तो सांसद प्रतिनिधि संजय बाली का बदलना मुश्किल ही नहीं (अ?)संभव है । कमोबेश जेवर में भी यही स्थिति सतपाल तालान के लिए बताई जाती है । लेकिन इस सब में कमजोर कड़ी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनाए गए सांसद प्रतिनिधि संदीप शर्मा हो गए हैं ।कैलाश पर्वत पर मौजूद गणों में चर्चा है कि सोसाइटी में लोगो के साथ सांसद प्रतिनिधि संदीप का संपर्क अपेक्षा के अनुरूप नहीं है ।
कदाचित चुनावो के समय से ही ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भाजपा सांसद के समर्थन कई ग्रुप काम कर रहे थे। चुनाव से पहले मंडल अध्यक्ष चुनने के समय भी कई दावेदार दौड़ में थे और बाद में सबको दरकिनार करते हुए सांसद प्रतिनिधि संदीप शर्मा पक्ष के ही एक कर्मठ कार्यकर्ता को मंडल अध्यक्ष बना दिया गया था । सोचा तो यह गया था कि इससे डॉक्टर महेश शर्मा के चुनावी प्रबंधन में बेहद आसानी होगी किंतु कर्मठ कार्यकर्ता के नए मंडल अध्यक्ष के बनने के बाद उनके ओर सांसद प्रतिनिधि बीच एक नई किस्म की गुटबाजी शुरू हो गई और चुनाव में इसको लेकर काफी चर्चाएं रही । दावा तो यहां तक किया जाता है कि चुनाव के समय सांसद के सभी प्रचार कार्यक्रमों को संगठन की जगह सांसद प्रतिनिधि और उनकी टीम द्वारा ही लगाया जा रहा था और इसको लेकर संगठन और संसद की टीम के बीच में बड़ा मतभेद्र भी रहा ।
ऐसे में प्रचंड जीत के बाद अब क्षेत्र में मंडल अध्यक्ष के लिए पद मांग रहे एक पुराने दावेदार ने डॉ महेश शर्मा के पास जाकर सांसद प्रतिनिधि के तौर पर इस बार उनको मौका देने के लिए अपनी लाबिंग शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इसके लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटियों से समर्थको को कैलाश पर्वत ले जाकर परेड कराई जा रही है और बाकायदा पैरवी कराई जा रही है वहीं सूत्रों का दावा है कि वर्तमान संदीप शर्मा इस प्रयास में लगे हैं कि नए प्रतिनिधि के नाम की चर्चा ही ना हो और उनका कार्यकाल बना रहे । किंतु राजनीति में सब कुछ चाहने से हो नहीं पाता है यहां सबसे करीबी साथी भी या फिर ही आपको मात दे सकता है ।
वहीं चर्चा तो ये भी है सांसद जी की एक इच्छा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में भी कैलाश पर्वत की एक शाखा खोलने की भी है और वो काफी समाय से इसके लिए स्थान तलाश रहे है किंतु तलाश नहीं पा रहे है । ऐसे में खेल में सबसे बड़ा ट्वीस्ट यह भी है कि सांसद जी के करीबी इन दावेदारों के अलावा एक अन्य दावेदार द्वारा सांसद प्रतिनिधि बनाने के बदले ग्रेटर नोएडा वेस्ट में उनके कैलाश पर्वत की एक नई ब्रांच खोलने के लिए उपयुक्त स्थान दिलाने का भी सपना दिखाया जा रहा है । इसके बाद यह तो तय माना जा रहा है कि अगर ऐसी चर्चाओं में थोड़ा भी दम है तो इस क्षेत्र को नया सांसद प्रतिनिधि जल्द ही मिल सकता है । अगर ऐसा हुआ तो क्षेत्र में सांसद जी की पूरी टीम को बड़ा झटका भी लग सकता है।
वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चल रही उठा पटक की राजनीति को लेकर क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि देश में या उत्तर प्रदेश भाजपा में परिवर्तन हो या ना हो किंतु ग्रेटर नोएडा वेस्ट में परिवर्तन अति आवश्यक हो गया है । अगर इस परिवर्तन को समय रहते नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में यहां भाजपा को बड़ा नुकसान भी हो सकता है। क्षेत्र से ही पूर्व मंडल अध्यक्ष के भाजपा की सक्रिय सदस्यता से त्यागपत्र देने ओर इसके स्वीकार होने के बाद इन चर्चाओं की थोड़ी पुष्टि भी होती दिखाई देती है।
ऐसे में डॉक्टर महेश शर्मा इस क्षेत्र में सांसद प्रतिनिधि को लेकर क्या निर्णय लेंगे, क्या वह सांसद प्रतिनिधि को लेकर आ रही सिफारिश के आधार पर कोई नया प्रतिनिधि नियुक्त करेंगे, क्या वह संगठन में उठ रही विद्रोह की आवाजों को देखते हुए ही क्षेत्र में कोई बदलाव करेंगे ? इन सब के किस्सों पर विराम डॉक्टर महेश शर्मा ही लगा पाएंगे।