ग्रेटर नोएडा के किसानो की लड़ाई के साथ किसान सभा ने थोरा गांव जेवर में किसने की महापंचायत में किसानों ने भूमि अधिग्रहण के विरुद्ध भरी हुंकार भर दी है I महापंचायत में किसान सभा की जिला कमेटी के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा, सचिव अशोक भाटी, उपाध्यक्ष गवरी मुखिया, सचिन जोगिंदर प्रधान, सचिव नितिन चौहान, सतपाल खारी, भीम सिंह खारी भोजराज रावल , जिला सचिव निशांत रावल एवं अन्य पूरी टीम अपना समर्थन करने पहुंचेI महापंचायत नए कानून के सभी लाभों को पूरी तरह लागू करने की मांग के लिए आयोजित की गई थी। जेवर में महापंचायत में जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह पर किसानो के मुआवजे की मामूली वृद्धि कराकर किसानों के साथ धोखा करने का बड़ा आरोप तक नेताओ ने लगा दिया है I उल्लेखनीय है कि जब किसान नेता जेल में थे, तब जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने जेवर के किसानो को मुख्यमंत्री से मिलाकर 4300 रूपए का मुआवजा करवा दिया था I इसके जेवर विधायक बाद धीरेन्द्र सिंह का जेवर पहुंचने पर बहुत भव्य स्वागत भी हुआ था I
महापंचायत को संबोधित करते हुए किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने समर्थन का ऐलान करते हुए कहा कि किसान सभा के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में 27 दिन जेल में रहकर आए हैं किसान सभा नए कानून को लागू करने की मांग को लेकर गंभीरता के साथ लड़ाई लड़ रही है किसान सभा के एवं किसान संघर्ष मोर्चा के नेताओं की 6 जनवरी को माननीय मुख्यमंत्री जी के साथ बातचीत हुई है माननीय मुख्यमंत्री जी ने 25% विकसित प्लाट देने की लैंड पुलिंग नीति एवं सर्किल रेट को रिवाइज करने के बारे में जल्दी ही सकारात्मक फैसला लेने का आश्वासन दिया है आगे बोलते हुए कहा कि आप अपने आंदोलन को अपनी कमेटी के हाथ में रखें अन्य किसी संगठन अथवा पार्टी को अपने आंदोलन का नेतृत्व ना दें किसान सभा आपके आंदोलन में समर्थन के रूप में रहेगी आंदोलन के फैसले आपकी कमेटी करेगी।
किसान नेता डा रुपेश वर्मा से जानिये उनकी और मुख्यमंत्री की 45 मिनट मुलाकात के बाद किसान को मिलेगा क्या ?
महापंचायत को संबोधित करते हुए गबरी मुखिया ने कहा की जितनी अधिक जमीन हम विकसित कर कर प्राप्त कर लेंगे वही हमारे खाने कमाने का साधन बनेंगी अभी हाल ही में हुए किसान आंदोलन की गूंज पूरे देश में गई है माननीय मुख्यमंत्री जी ने आंदोलन के दबाव में किसानों के प्रतिनिधियों से बातचीत की है प्रतिनिधियों ने आंदोलन का नाजायज फायदा उठाते हुए जेवर के किसानों के लिए मुआवजे की मामूली वृद्धि कराकर न केवल किसानों के साथ धोखा किया गया है बल्कि फर्जी तरीके से उसका श्रेय लेने की कोशिश की है। परंतु किसान समझ चुके हैं उनके पुराने अनुभव बड़े खट्टे रहे हैं इसलिए जेवर के किसानों ने तथाकथित मुआवजा वृद्धि को अपने साथ धोखा बताते हुए जानकारी दिया है हम आपकी इस जागरूकता को सलाम करते हैं।
महापंचायत को किसान सभा के जिला सचिव अशोक भाटी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें सावधान रहने की जरूरत है आपको कानून के प्रावधानों के अनुसार हवाई अड्डे के अगल-बगल जहां पर एक लाख रुपए से कम के भाव नहीं है वहां पर सर्किल रेट रिवाइज करवारकर बाजार भाव पर मुआवजे की दर तय करवानी चाहिए। किसान सभा के जिला सचिव जोगेंद्र प्रधान ने कहा नगद पैसा अधिक दिन नहीं रुकता हमें अधिक से अधिक विकास की प्रक्रिया में सहभागी होते हुए लैंड पुलिंग के तहत 25% विकसित प्लाट की मांग करनी चाहिए इसमें सरकार को भी फायदा है और किसानों को भी फायदा है शेष जमीन जो सरकार के हिस्से में आएगी उसका मुआवजा सर्किल रेट रिवाइज होकर गांव में चार गुना तय होना चाहिए। रोजगार के एवज में दी जाने वाली एकमुश्त धनराशि पिछले 10 वर्षों से नहीं बढ़ाई गई है उसे कम से कम 11 लाख रुपए घोषित किया जाए। किसान सभा किसानो की लड़ाई लड़ने वाला एक ईमानदार संगठन है किसान सभा के लोग हर बलिदान करने को तैयार हैं किसान सभा नए कानून को लागू कराके ही दम लेगी जेवर के लोगों को फैसला करना है कि उन्हें आगे किस रूप में बढ़ना है हमें नहीं लगता कि यदि सही तरीके से बात रखी जाएगी तो सरकार किसानों की बात को ना करेगी नए कानून को लागू करना लैंड पुलिंग के तहत सरकार और किसान दोनों के हित में है।
भोजराज रावल ने संबोधित करते हुए कहा कि कि हमारे प्रतिनिधि बहुत कमजोर हैं वह किसानों की बात माननीय मुख्यमंत्री के सामने नहीं रख पाते जबकि अफसर किसानों के विरुद्ध अपनी साजिश में कामयाब हो जाते हैं, यही वजह है कि एयरपोर्ट के पहले फेज में किसानों को लिटन दिया गया। इसलिए किसानों को अपनी बात माननीय मुख्यमंत्री के सामने कमेटी बनाकर स्वयं ही रखनी चाहिए।