आशु भटनागर । डसॉल्ट एविएशन गौतम बुद्ध नगर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास रखरखाव मरम्मत और ओवर हाल (MRO) सुविधा के साथ भारत में विस्तार करेगा। यहां राफेल और मिराज 2000 लड़ाकू विमानों के रखरखाव और ओवरहाल के साथ साथ एविएशन उद्योग ने ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट भी बनाया जाएगा ।
यमुना प्राधिकरण इसके लिए एयरपोर्ट क्षेत्र में ही विशाल को जगह उपलब्ध कराएगी । यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह के अनुसार इसमें छह माह के डिप्लोमा से लेकर डिग्री प्रोग्राम तक के लिए कोर्स चलाए जाएंगे जिसमें दसवीं पास बच्चों के लिए डिप्लोमा कार्यक्रम एवं 12 वीं पास बच्चों के लिए डिग्री कार्यक्रम होगा ।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के लिए अधिगृहीत की गई 1350.41 हे में से चालीस एकड़ में भी एमआरओ विकसित किया जाएगा। यह एयरपोर्ट की विकासकर्ता कंपनी और प्रदेश सरकार के बीच हुए अनुबंध का हिस्सा है। एमआरओ के डसॉल्ट एविएशन को चुना गया है ।
डा अरुणवीर सिंह, सीईओ यमुना प्राधिकरण
दरअसल भारत सरकार ने फ्रांस की डसॉल्ट के साथ राफेल के इंपोर्ट के साथ-साथ राफेल को भारत में निर्मित और रिपेयर करने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया था । सूत्रों का कहना है कि डसॉल्ट इस परियोजना के लिए भारतीय कंपनी रिलायंस डिफेंस के साथ साझेदारी करेगा।
इसी के लिए अब स्किल डेवलपमेंट मिनिस्ट्री के जरिए उत्तर प्रदेश के इन्वेस्ट यूपी ने यमुना क्षेत्र में रिजॉर्ट एडमिशन को एमआरओ स्थापित करने के लिए जगह दी है ।
आपको बता दें कि 2021 तक भारत में एम आर ओ मार्केट का बिजनेस 1.7 मिलियन यूएस डॉलर का था जबकि इसके 2030 तक 7 मिलियन डॉलर का होने का अनुमान है । ऐसे में डसॉल्ट एविएशन का यमुना क्षेत्र में एमआरओ और इंस्टिट्यूट खोलने से क्षेत्र में रोजगार के लिए नए अवसर खुलेंगे ।