ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने एनसीआर में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इस कार्ययोजना के तहत 71 सड़कों को धूलमुक्त किया जाएगा, बैटरी स्वैपिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे, और एंटी स्माग गन की संख्या बढ़ाई जाएगी। यह कार्ययोजना दिसंबर 2026 से पहले पूरी की जाएगी।
वायु प्रदूषण पर उच्च स्तरीय बैठक में प्रस्तुतिकरण
दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपनी एक साल की योजना का प्रस्तुतिकरण दिया है। इस योजना के तहत वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न काम किए जाएंगे। 71 सड़कों को धूलमुक्त किया जाएगा, जिनकी कुल लंबाई 263 किलोमीटर है। नई सड़कें बनाने के अलावा पूरी की मरम्मत की जाएगी, सेंट्रल वर्ज और फुटपाथ की मरम्मत की जाएगी। कूड़ा निस्तारण केंद्र चालू करने के साथ हरियाली बढ़ाई जाएगी।
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सड़कों को धूल मुक्त किए जाने के साथ ईवी चार्जिंग स्टेशन, बैटरी स्वैपिंग स्टेशन, वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन की संख्या बढ़ाई जाएगी। लोगों को भी इसमें सहयोग के लिए आगे आना जरूरी है।
एनजी रवि कुमार – सीईओ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण
वाहनों से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम
वाहनों से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को बढ़ावा दिया जाएगा। शहर में 20 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसके लिए स्थान चिन्हित कर दिसंबर 2026 तक काम पूरा हो जाएगा। एक साल में 13 ईवी चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे, जिनमें से तीन चार्जिंग स्टेशन पहले ही लगाए जा चुके हैं।
एंटी स्माग गन की संख्या बढ़ाई जाएगी
एंटी स्माग गन की संख्या बढ़ाई जाएगी, जो目前 20 है, और इसे बढ़ाकर 32 किया जाएगा। पांच नई पार्किंग बनाई जाएगी, जो कि शहर में पहले से मौजूद 15 पार्किंग के अलावा होगी। नई पार्किंग जगत फार्म बाजार, रामपुर सेक्टर बीटा-1, सेक्टर अल्फा-1 कामर्शियल बेल्ट व सेक्टर अल्फा-2 में बनाई जाएंगी।

वायु की गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए निगरानी स्टेशन
वायु की गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए निगरानी स्टेशन की संख्या दो से बढ़ाकर चार की जाएगी। एक स्टेशन प्राधिकरण कार्यालय के नजदीक व दूसरा सूरजपुर स्थित कलक्ट्रेट के पास होगा। मौजूदा समय में एक स्टेशन नाॅलेज पार्क तीन में शारदा विश्वविद्यालय के नजदीक और दूसरा नालेज पार्क पांच में है।



