2024 के चुनावो के लिए अब जब 90 दिन से भी कम का समय बचा है तो राजनीतिक दलों में इसको लेकर तैयारी भी शुरू हो गई है । मंगलवार को जहां इंडिया गठबंधन की बैठक होने के बाद सीटों को लेकर कोई विशेष परिणाम नहीं आ सका वहीं भाजपा ने संकेत दिए हैं कि वह 14 जनवरी के बाद 160 सीटों पर सांसद प्रत्याशी घोषित कर सकती है ।
भाजपा का यह फार्मूला 2023 में तीन राज्यों के चुनाव में अपनाया गया और इसके परिणाम स्वरूप तीनों राज्यों में भारी बहुमत से बीजेपी जीत चुकी है। जिसके बाद भाजपा ने यह तय किया है कि कमजोर समझी जाने वाली 160 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पहले ही कर दी जाएगी ।
इससे पहले बीते 10 सालों में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों की घोषणा नॉमिनेशन से एक या दो दिन पहले तक की जाती थी, जिसके कारण माना यह जाता था कि विरोध या बगावत की चिंगारी को रोका जाना संभव होता था किंतु तीन राज्यों में जीत के बाद मोदी ब्रांड की मजबूती के आगे माना यह जा रहा है कि अब जिसका भी टिकट घोषित किया जाएगा उसके विरोध में कोई भी आने को तैयार नहीं रहेगा इसलिए भारतीय जनता पार्टी पहले दौर में कमजोर मानी जाने वाली 160 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़ा करेगी और फरवरी के पहले सप्ताह तक सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर देगी ।
ऐसे में उत्तर प्रदेश की उन 35 से 40 सीटों पर जहां पर भारतीय जनता पार्टी ने प्रत्याशी बदलने के संकेत दिए हैं वहां पर भी 14 जनवरी के बाद सीटों की घोषणा हो सकती है आपको बता दें कि भाजपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस बार गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, जैसी कई सीटों पर नए प्रत्याशी देने के पक्ष में हैं लगातार यह माना जा रहा है कि जहां पर भी वर्तमान प्रत्याशी के खिलाफ संगठन या स्थानीय लोगों में विरोध इंटरनल सर्वे में निकलकर आ रहा है वहां पर ऐसे निर्णय लिए जा सकते हैं।