नोएडा ग्रेटर नोएडा में बीते 4 वर्षों में अवैध प्लाटिंग कर रहे कॉलोनाइजर के ऊपर योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संज्ञान लिया है उन्होंने गौतम बुद्ध नगर विश्वविद्यालय में प्राधिकरण अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान अवैध कॉलोनी बसाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
स्मरण रहे की एनसीआर खबर ने उनके आगमन से पूर्व ही अवैध कॉलोनीयों को लेकर समाचार प्रकाशित किया था। आपको बता दें की नोएडा ग्रेटर नोएडा के कई क्षेत्रों में खोड़ा जैसी अवैध कालोनियां बन गई है नोएडा के गड़ी चौखंडी बहलोलपुर, सरफाबाद, सलारपुर, सफीपुर और ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी, चिपियाना कुलेसरा हल्द्वानी, जलपुरा, बिसरख, हैबतपुर देवला, तिलपता, खोदना खुर्द, खेती बनोटा सुनपुरा, सुत्याना आदि गांव में प्लाटिंग हो रही है
मुख्यमंत्री ने अवैध कॉलोनी और प्रसंज्ञान लेते हुए तीनों प्राधिकरणों पुलिस और प्रशासन के साथ रूपरेखा बनाकर अब एक माह के अंदर ध्वस्त करने के निर्देश दिए हैं इसके साथ ही उन्होंने उन अधिकारियों की पहचान को भी करने को कहा है जिनके कार्यकाल में यह अवैध निर्माण हुए हैं मुख्यमंत्री ने अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि अवैध निर्माण रोकने की जिम्मेदारी भी अब अधिकारियों की होगी अगर शीर्ष अधिकारी अवैध निर्माण नहीं रोक पाएंगे तो सबसे पहले उन्हें पर कार्यवाही होगी।
प्रदेश का चेहरा है गौतम बुद्ध नगर, सेफ सिटी के रूप में विकसित करें: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण को एज आफ डूइंग बिजनेस के साथी आगे ऑफ लिविंग का लक्ष्य हासिल करने का निर्देश दिया। गौतम बुद्ध नगर को सेफ सिटी के रूप में विकसित करने को भी कहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गौतमबुद्व नगर उत्तर प्रदेश का चेहरा हैं। इसे सेफ सिटी के रूप में विकसित किया जाना चाहिए। इसके लिए शिक्षण संस्थानों, जन प्रतिनिधियों, आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों को जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने नोएडा, ग्रेटर नोएडा में अच्छी गुणवत्ता वाले सीसीटीवी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए, ताकि अच्छी गुणवत्ता के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग को ड्रग्स का कारोबार करने वालों पर कड़ा प्रहार करने के निर्देश दिए। करीब दो घंटे तक चली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के सीईओ को निर्देश दिए कि उतना ही आवंटन करें, जितना आपके पास जमीन है, ताकि आवंटन के तुरंत बाद अवंटी को पजेशन मिल सके। उन्होंने तीनों प्राधिकरणों से विकास परियोजनाओं को पूरा करने और जनप्रतिनिधियों से उनका उद्घाटन कराने के निर्देश दिए। तीनों प्राधिकरणों ने इनवेस्टर समिट और उसके बाद साइन एमओयू को अमली-जामा पहनाने का विवरण प्रस्तुत किया।