शिकार करने को आए शिकार होकर चले यह गाना कांग्रेस के पूर्व महासचिव और लगातार कई लोगों पर आरोप लगाकर चर्चा में आए कांग्रेस नेता वीरेंद्र गुड्डू पर सच होती नजर आ रही है। ग्रेटर नोएडा से आ रहे हैं समाचार के अनुसार कांग्रेस के पूर्व महासचिव वीरेंद्र गुड्डू की थार गाड़ी पर आगे पीछे अलग-अलग नंबर की प्लेट मिली है जिसके बाद बीटा 2 कोतवाली पुलिस ने वीरेंद्र गुड्डू के घर पहुंच कर गाड़ी को कब्जे में ले लिया है ।
पुलिस के अनुसार उनको शिकायत मिली थी जिसके आधार पर कर को जप्त करके थाने लाया गया है कार पर दो नंबर प्लेट लगी है एक नंबर प्लेट पर थार गाड़ी का वास्तविक नंबर है दूसरे नंबर प्लेट पर किसी अन्य कर का नंबर है जानकारी के अनुसार दूसरी कार ब्रेजा बताई जा रही है थाने पर आगे पीछे अलग-अलग नंबर प्लेट्स क्यों लगाई गई इसका पता पुलिस लग रही है जल्द ही पुलिस पूरे मामले की जानकारी मीडिया के साथ साझा करेंगी।
इस पूरे घटनाक्रम को बार चुनाव में वीरेंद्र गुड्डू द्वारा एक प्रत्याशी पर लगाए आरोपों से भी जोड़कर देखा जा रहा है माना जा रहा है कि बार चुनावो में वीरेंद्र गुड्डू द्वारा खुले तौर पर एक प्रत्याशी के खिलाफ फर्जी डिग्री होने के आरोप लगाए गए और उनके चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई जिसके बाद तमाम विवाद उठे थे।
क्यों चर्चित है वीरेंद्र सिंह गुड्डू ?
स्मरण रहे मूल रूप से बुलंदशहर जिले के रहने वाले वीरेंद्र सिंह गुड्डू लंबे समय से गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर में कांग्रेस के लिए राजनीति करते रहे हैं । पिछली कार्यकारिणी में उन्हें उत्तर प्रदेश कांग्रेस का महासचिव व नियुक्त किया गया था। यही नहीं वीरेंद्र सिंह गुड्डू 2007 में बुलंदशहर की अगोता विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुके हैं किंतु प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह और कांग्रेस के प्रभारी धीरज गुर्जर के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाने वाले वीरेंद्र गुड्डू को बीते वर्ष 19 फरवरी 2022 को 6 वर्षों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। कांग्रेस पार्टी ने उनके बारे में कहा कि वीरेंद्र सिंह गुड्डू लगातार पार्टी विरोधी गतिविधियों में सनलिप्त रहे थे उन पर गंभीर आरोप थे और उसके चलते उन्हें 6 वर्षों के लिए कांग्रेस से निष्कासित किया गया।
फिलहाल अब इस कार के नंबर के प्रकरण पर वीरेंद्र गुड्डू फंसते दिखाई दे रहे हैं इस मामले पर उन्होने एनसीआर खबर को भेजे संदेश मे लिखा कि व्यक्तिगत रंजिश के चलते किसी व्यक्ति ने पुलिस को गलत सूचना दी कि चोरी की गाड़ी है ड्रग्स सप्लाई किया जाता है I मैं पुलिस थाना पहुंचकर गाड़ी के पेपर दिखाएं गाड़ी वापस ले आया I पुलिस को गुमराह करने वाले ने यहां तक भी गुमराह किया कि इन्होंने अपनी गाड़ी पर वकील का झूठा निशान लगाया हुआ है जिस पर बार एसोसिएशन की कॉपी भी दिखा दी गई आप समझ सकते हैं यह सूचना किसके द्वारा दी गई होगी I