उत्तर प्रदेश के आईआईटी बीएचयू (IIT-BHU) की छात्रा के साथ गैंगरेप मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पहचान बृज एनक्लेव कॉलोनी सुंदरपुर का कुणाल पांडेय और जिवधीपुर बजरडीहा का आनंद उर्फ अभिषेक चौहान व सक्षम पटेल के तौर पर हुई है।
इस मामले के सामने के बाद काफी बवाल हुआ था और दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग उठ रही थी। मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट में आरोप लगाया गया है कि गिरफ्तार किए गए दो संदिग्ध भाजपा आईटी सेल से जुड़े हुए हैं। कुणाल पांडे वाराणसी में भाजपा आईटी सेल में महानगर संयोजक के पद पर हैं, जबकि सक्षम पटेल आईटी सेल में वाराणसी महानगर सह-संयोजक के रूप में कार्यरत हैं।
अखिलेश यादव ने कहा उत्तर प्रदेश में जीरो हुआ टालरेंस
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोपियों के भाजपा के साथ कनेक्शन जोड़ते हुए लिखा कि ये हैं भाजपा के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नयी फसल, जिनकी ‘तथाकथित ज़ीरो टॉलरेंस सरकार’ में दिखावटी तलाश जारी है। उन्हीं आरोप लगाते हुए आगे लिखा कि ये भाजपा के सर्वोच्च नेताओं से अभयदान प्राप्त वो भाजपाई हैं जिन पर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) में एक छात्रा के साथ अभद्रता की सीमाएँ पार करने का आरोप है। इसके बाद उन्होंने प्रश्न करते हुए पूछा कि क्या नारी के सम्मान से खिलवाड़ करनेवाले भाजपाइयों को खुली छूट जारी रहेगी।
कांग्रेस ने कहा यही भाजपा का चाल चरित्र चेहरा
कांग्रेस ने भी इस समाचार के आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार और भाजपा पर हमलावर होते हुए लिखा है कि इसीलिए इन लोगों के पकड़े जाने में 60 दिन लगे हैं । अब 60 दिन बाद इस घटना में शामिल 3 लोग पकड़े गए हैं। ये सभी BJP के पदाधिकारी हैं।
गिरफ़्तारी में देरी शायद इन वजहों से हुई होगी ।
• ये सभी BJP के वरिष्ठ नेताओं के बेहद करीबी हैं
• BJP में इतनी अच्छी पकड़ है कि PM मोदी से सीधे मिलते हैं
• BJP IT सेल में अच्छी पोजिशन पर हैं
यही है BJP का चाल चरित्र चेहरा