पुरानी कहावत है नमाज माफ करने चले थे रोजे गले पड़ गए ऐसा ही कुछ गौतम बुद्ध नगर में सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के साथ होता दिखाई दे रहा है जिले में तीसरी बार टिकट पाने के प्रयास में लगे डॉक्टर महेश शर्मा अपने विरोधियों को पटकनी देने के लिए इन दोनों साम दाम दंड भेद सभी तरीके अपनाने में लगे हैं।
ऐसे में फ्लैट रजिस्ट्री के मामले पर जनता में उनके प्रति समुचित क्रेडिट ना मिलने पर मेट्रो रेल के मुद्दे पर चल रहे प्रकरण पर नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार के बढ़ते कद के सामने जल्दी से क्रेडिट लेने की होड़ में उन्होंने शहर के दो तथा कथित समाजसेवियों को केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी से मिलवाने का इंतजाम कर दिया इसके साथ ही उन्होंने विधायक तेजपाल नागर के पुत्र दीपक नागर और सांसद प्रतिनिधि संदीप शर्मा को भी साथ में ले लिया।
आनंद फानन में हुए इस कार्यक्रम के बाद डॉक्टर शर्मा को लगा कि वह शायद मेट्रो के मामले में अपने विरोधियों से लीड ले जाएंगे किंतु उनका ये दांव अब उल्टा पड़ता दिख रहा है एक तरफ जहां समाजसीवियो की गुटबाजी, खेमेबंदी और इस नई जुगलबंदी को लेकर विवाद हो रहा है वहीं ग्रेनो वेस्ट की भाजपा यूनिट में भी दबे स्वर में दर्द झलकने लगा है।
ग्रेनो वेस्ट के कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने लोगों को बताया की संसद के लिए पिछले कई सालों से कुर्सियां लगाने का काम वह करते रह गए और जब मंत्रियों से मिलवाने का समय आया तो सांसद जी ऐसे लोगों को ले गए जो कभी उनके खेमे के हैं ही नहीं ऐसे में सांसद जी की राजनीति का यह मास्टर स्ट्रोक उनको हिट विकेट कर रहा है वही कार्यकर्ताओं का दर्द भी अब बगावत के तौर पर आ रहा है ।
भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सांसद जी अब अपने आगे के सम्मान समारोह और कार्यक्रम इन तथाकथित समाजसेवियों से ही करवा ले और वोट भी इन से ही मंगवा लें तो बेहतर रहेगा ।
वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं के इस दुख पर मलहम लगाने के लिए सांसद जी के विरोध में टिकट मांग रहे एक नेता जी की बन आई है और उन्होंने पीछे से कार्यकर्ताओं, मंडल अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है और उनके जनता के साथ कार्यक्रम करवाने का जुगाड़ लगनी शुरू कर दिया है ।
ऐसे में अब इस समय ही बतायेगा कि अगले 1 महीने में टिकट किसका होगा कार्यकर्ता किसके पास रहेंगे और चुनाव के समय नेताओं के पास समाजसेवी काम आएंगे या फिर भाजपा कार्यकर्ता ही उनके लिए काम करेंगे