ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहे पर जाम हटाने के लिए बनाए जा रहे वाले अंडरपास की निविदा को मिनिमम बिड ना मिलने के कारण निरस्त कर दिया है। प्राधिकरण सूत्रों के अनुसार अब निविदा को दोबारा किया जाएगा।
स्मरण रहे कि दिसंबर 2023 में प्राधिकरण में लोगों की जाम से परेशानी को देखते हुए यहां पर 60 मी रोड पर अंडरपास बनाने के लिए टेंडर जारी किया था इसमें चार फार्मो ने भाग लिया था किंतु मिनिमम बिड ना होने के कारण प्राधिकरण ने इसको कैंसिल कर दिया।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बायर्स की संस्था नेफोवा ने एनसीआर खबर को बताया कि वह अंडरपास की निविदा निरस्त और कांट्रेक्टर द्वारा फुट ओवर ब्रिज के स्थान परिवर्तन प्रकरण में हुए घोटाले को लेकर सोमवार को प्राधिकरण से मिलने वाले हैं और इन दोनों ही मामलों पर जल्द से जल्द कार्यवाही करने की मांग करेंगे ।
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए सीईओ रवि एन जी के कार्यकाल में प्राधिकरण की कार्यशैली में जबरदस्त बदलाव आया है । प्राधिकरण में अब आनंन-फानन या निविदा के नियम को ताक पर रखकर कार्य करने की परंपरा बदल रही है । इसके साथ ही भ्रष्टाचार और अतिक्रमण पर सीईओ की टेढ़ी नजर से भ्रष्टाचारी ठेकेदार और अधिकारी घबराए हुए हैं । बीते दिनों एनसीआर खबर द्वारा ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बनाए जा रहे फुट ओवर ब्रिज के स्थान परिवर्तन के घोटाले के समाचार के बाद सीईओ ने तेजी से फैसला लेते हुए ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया था और अधिकारियों पर जांच बैठा दी थी । इसके बाद ही माना जा रहा है कि अधिकारियों ने चार मूर्ति गोल चक्कर पर अंडरपास की निविदाओं में तकनीकी खामियों को देखते हुए उसे निरस्त करना ही उचित समझा । ऐसे में व्यवस्था में आ रहे इस परिवर्तन का एनसीआर खबर स्वागत करता है और अपेक्षा रखता है कि जल्द ही अंडरपास के लिए नई निविदा आमंत्रित कर समुचित व्यवस्था वाली निविदा और ठेकेदार को काम दिया जाएगा ।