गौतम बुध नगर में टिकट को लेकर समाजवादी पार्टी में अपनी अपनी दावेदारी पर अड़े प्रत्याशियों को अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ तलब कर लिया जानकारी के अनुसार दोनों ही प्रत्याशी दोपहर बाद लखनऊ के लिए निकल रहे हैं और संभावित कल सुबह 11:00 बजे अखिलेश यादव के सामने उपस्थित रहेंगे ।
लखनऊ समाजवादी पार्टी सूत्रों के अनुसार अखिलेश यादव अब बिजनौर से लेकर रामपुर तक और मेरठ से लेकर गौतम बुद्ध नगर तक हो रही टिकटो के बंटवारे पर हो रही गुटबाजी से परेशान हो गए हैं । इसलिए एक-एक करके उन्होंने सभी सीटों पर मची कलह को समाप्त करने के लिए प्रत्याशियों को बुलाना शुरू कर दिया है ।
इसी कड़ी में गौतम बुद्ध नगर से राहुल अवाना और डॉक्टर महेंद्र नागर दोनों को आज लखनऊ से मैसेज प्राप्त होने के बाद दोनों प्रत्याशी लखनऊ निकल गए हैं एनसीआर खबर से बातचीत में राहुल अवाना ने बताया कि अखिलेश जी ने उनको पार्टी सिंबल देने के लिए बुलाया है वही डॉक्टर महेंद्र नगर ने भी अखिलेश यादव के मैसेज को कंफर्म करते हुए कल फैसला हो जाने की बात कही ।
मंगलवार को राहुल अवाना ने एक कार्यक्रम के दौरान अपने गांव के लोगों के बीच अपने दर्द को भी बयान किया था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जिले के कई बड़े तथाकथित नेता उनके साथ नहीं है और टिकट के लेने की दौड़ में भी वह उनके साथ नहीं थे किंतु फिर भी वह टिकट लेकर आए । वहीं राहुल अवाना ने एनसीआर खबर से बातचीत में स्पष्ट कहा कि कल सिंबल मिलने के बाद वह सभी रूठे हुए लोगों को मना लेंगे।
जिले में समाजवादी पार्टी के टिकट के बीच मची उथल-पुथल में फिलहाल दोनों के ही समर्थक अपने-अपने दावेदारों का पलड़ा भारी होने की बातें कर रहे हैं । राहुल अवाना के समर्थको ने एनसीआर खबर को बताया कि राहुल अवाना डॉक्टर महेश शर्मा को जबर्दस्त चुनौती देने के लिए तैयारी में लग चुके हैं और वह लगातार गांव गांव दौरा कर रहे हैं । युवा होने के कारण उनके साथ क्षेत्र के शहरी लोग भी जुड़ रहे हैं । इसका सबूत उनके पहले प्रत्याशी के स्वागत में और उनके स्वागत में मौजूद लोगों की भीड़ से भी लगाया जा सकता है।
वही डॉ महेंद्र नागर के समर्थकों की माने तो पार्टी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी उनके समर्थन में है और लगातार उनके लिए ही दावेदारी को सही मान रहा है शहरी वोटो के लिए भी डॉक्टर महेंद्र नगर का चेहरा गंभीर हो सकता है आपको बता दें कि डॉ महेंद्र नागर ने अखिलेश यादव के सामने प्रेजेंटेशन के समय भी यही कहा था कि क्षेत्र के शहरी मतदाता ग्रामीण पृष्ठभूमि से आए प्रत्याशियों की भाषा शैली से खुद को कनेक्ट नहीं कर पाते हैं ऐसे में उनका डॉक्टर होने के कारण मतदाताओं के साथ कनेक्ट बेहतर हो सकता है।
बहरहाल अब दोनों प्रत्याशियों को आमने-सामने बैठा देने से अखिलेश यादव की कोशिश टिकट को बदलने से ज्यादा टिकट के कारण हो रही पार्टी के अंदर बगावत को रोकने की है । पार्टी सूत्रों ने बताया संभावित अखिलेश यादव दोनों प्रत्याशियों से स्वयं ही अपने दावेदारी से पीछे हटने के लिए कहेंगे और उसके बाद बदले हालात में किसी नए चेहरे को भी टिकट दिया जा सकता है । या फिर घोषित प्रत्याशी को ही सिंबल देकर वापस भेज सकते हैं। पार्टी के अंदर हो रही कलह पर अंतिम फैसला कल दोपहर 12:00 तक स्पष्ट हो जाएगा और उसके साथ ही चुनाव को लेकर पार्टी कैसे प्रदर्शन करेगी यह भी तय हो जाएगा ।