लोकसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को पहले चरण का मतदान होने जा रहा है वहीं दूसरे चरण के मतदान के लिए गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दूसरे नंबर की लड़ाई लड़ रहे प्रत्याशी की स्थिति मजबूत करने के लिए रैली करने आ रहे अखिलेश यादव क्या वाकई कोई चमत्कार कर पाएंगे इसकी भी चर्चा गौतम बुद्ध नगर में हो रही है ।
दरअसल अखिलेश यादव ने स्थानीय संगठन की के दबाव में आकर इस सीट पर डॉक्टर महेंद्र नगर को टिकट तो दे दिया किंतु बीते दिनों से प्रचार के नाम पर जीरो दिख रहे पार्टी संगठन के कारण समाजवादी पार्टी की बारे में लोग कहने वालों की इस बार मुकाबला समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच हो रहा है किंतु यह लड़ाई दूसरे नंबर के लिए हो रही है ।
गुर्जर प्रत्याशी के बाबजूद सपा को गुर्जर वोट मिलने की संभावना कम दिख रही है गुर्जर समुदाय के सपा समर्थकों में कहा जा रहा है कि भाजपा के खिलाफ जो जीतने वाला लगे उसको वोट दो । स्पष्ट है कि उनका इशारा बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी की तरफ दिखाई दे रहा है। लोगो का दावा है मायावती की रैली के कारण सपा में भगदड़ की स्थिति को बचाने के लिए अखिलेश यादव इस ने हारती हुई सीट पर रैली करने को हां कर दी है
ज़मीनी स्थिति ये है कि भाजपा प्रत्याशी तीसरी बार अपनी जीत सुनिश्चित कर रहा है तो कई समाजवादी नेताओं ने दबी जुबान में समाजवादी पार्टी की खराब स्थिति के लिए स्थानीय सपा संगठन और उसके पक्ष में गए सपा के बड़े नेताओं को बताया है। लोगों का कहना है कि अगर सपा संगठन के नेताओं ने जिद करके राहुल अवाना का टिकट ना कटवाया होता तो चुनाव में इस समय इतनी खराब स्थिति ना हो रही होती ।
आपको बता दें की डॉक्टर महेंद्र नगर को लेकर सपा के साथ थी संगठन कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में बहुत अच्छा विचार नहीं बन पाया है, जिसके चलते गठबंधन के साथी दलों के बड़े नेता भी उनके समर्थन में नहीं आ रहे और यही प्रश्न अब रैली में के लिए भी उठ रहा है लोगों का कहना है कि सिर्फ अखिलेश यादव इस रैली में आ रहे हैं जबकि एक दिन पहले ही अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने गाजियाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी और उसे प्रेस कॉन्फ्रेंस में नोएडा के सभी पदाधिकारी वहां पहुंचे थे किंतु अखिलेश यादव की नोएडा रैली सिकंदराबाद में हो रही इस रैली में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता नहीं पहुंच रहा है इसका मतलब यह है कि कहीं ना कहीं कांग्रेस को पहले और दूसरे चरण की इन सीटों पर बिल्कुल भी भरोसा नहीं है वही अखिलेश यादव हारने वाली इन सीटों में अपनी रैली से कितना दम पैदा कर पाएंगे इसको लेकर बड़ी चर्चाएं हो रही हैं।
अखिलेश यादव की रैली को नोएडा की जगह सिकंदराबाद में रखने पर भी समाजवादी पार्टी में कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव नोएडा ना आने के अन्धविश्वाश बाहर नहीं आ पाए है तो कुछ के अनुसार अखिलेश को दादरी के स्वयंभू बड़े नेताओं की क्षमता पर अब भरोसा नहीं रहा हैI ऐसे में सिकंदराबाद में यादव बेल्ट होने और पांचो विधानसभा में सबसे ज्यादा वोट पाने के कारण वहीं पर इस रैली को रखा गया है ताकि अखिलेश यादव के ब्रांड नेम को कोई धक्का ना लगे । माना जा रहा है कि लखनऊ में पार्टी की रणनीतिकारों को दादरी के नेताओं द्वारा गुर्जर समुदाय के जबरदस्त समर्थन की बात पर अब विश्वास नहीं रहा है । राहुल अवाना के समय हुआ नागर बनाम अवाना का झगड़ा भी गुर्जर समुदाय के बीच अंदर ही अंदर सपा को नुकसान पहुंचा रहा है
राजनीतिक विश्लेषक अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट की मिलक लच्छी गांव के रहने वाले डॉक्टर महेंद्र नगर गौतम बुध नगर लोकसभा में बस नाम के नागरिक हैं । दरअसल इनका पूरा व्यवसाय और रहन-सहन गाजियाबाद में रहा है I वही कुछ लोगो का कहना है कि जहाँ लाखो करोडो रूपए खर्च करके लाइ गयी पी आर कम्पनी इनके अस्पताल में 25 प्रतिशत मरीजो का इलाज़ करने के दावे कर रही है वहीं इनके अस्पताल को लेकर कई प्रकार के विवाद सामने आते रहे हैं जिसकी भी चर्चा कांग्रेस के कई नेताओं के बीच हो रही है I कांग्रेस के कई पुराने नेता इनके अस्पताल के काले चिठ्ठे खोलने में लगे है I लोगो का कहना है कि हर अस्पताल को प्रतिदिन कूच फ्री OPD करनी होती है वो इनके क्या सभी अस्पतालों के लिए ज़रूरी है I ऐसे में पैसे खर्च के झूठ बोलने वाले कैसे अच्छे नेता बनेंगे ये प्रश्न बड़ा है I
राजनीति के कमजोर खिलाड़ी डॉक्टर महेंद्र नागर के कांग्रेसियों के विरोध की बड़ी समस्या यह भी हो रही है कि वह इससे पहले दो बार कांग्रेस में जिला अध्यक्ष रहे है और विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के कारण सपा में आ गए थे, जिसकी टीस कांग्रेस में अभी तक है। डॉ महेंद्र नागर का दुर्भाग्य फिलहाल यह भी है कि जिस व्यक्ति को टिकट देने के कारण महेंद्र नागर समाजवादी पार्टी में आए थे वही अब कांग्रेस के द्वारा जिला अध्यक्ष बना दिए गए हैं ।
इन चुनाव में जिले में सपा के बड़े नेता प्रतिदिन कोई विवादित बयान देकर प्रत्याशी के 2000 वोटो को कम करने का काम कर देते हैं। सपा में नेताओं का दावा है कि वो किसी को भी जानबूझकर अपने से बड़े होता नहीं देखना चाहते हैं । इसी लिए उन्होंने राहुल अवाना की जगह डॉक्टर महेंद्र नागर के ऊपर अखिलेश जी के सामने खेल खेल दिया और अब प्रतिदिन चुनाव में नुक्सान पहुंचा रहे है
पार्टी छोड़ चुके समाजवादी नेता
जिले की राजनीति में बीते 30 वर्षों से अपना दखल रखने वाले नोएडा के एक वरिष्ठ पत्रकार ने एनसीआर खबर को बताया कि कांग्रेस के समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने दो दिन पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर डाला और कहा कि लोग चुनाव के समय दल बदल लेते हैं और ऐसे में उनके समर्थकों को उनको वोट नहीं दिया जाना चाहिए । किंतु राजकुमार भाटी यह बताना भूल गए कि ऐसे ही चुनाव के समय टिकट न मिलने से उनका प्रत्याशी भी दल बदल कर कांग्रेस से सपा में आ गया था तो फिर वह किस आधार पर अपने दल बदलू प्रत्याशी के लिए वोट मांग रहे हैं। आपको बता दें वर्तमान में चुनाव के समय समाजवादी पार्टी के कई नेताओं द्वारा डॉ महेंद्र नागर को टिकट दिए जाने के बाद अन्य दलों में जाने से इस बार सपा की कमजोर स्थिति बताई जा रही है और कहां जा रहा है कि समाजवादी पार्टी तीसरे स्थान पर भी रह सकती है । ग्रेटर नोएडा के वरिष्ठ पत्रकार ने तो यहां तक कह दिया कि इस बार सपा 200000 वोटो की लड़ाई लड़ रही है
ऐसे में बड़ा प्रश्न फिर वही है कि क्या अखिलेश यादव गौतम बुध नगर सीट पर रैली करके अपने ब्रांड नेम को दांव पर लगाने आ रहे है या फिर वो वाकई कोई चमत्कार कर देंगे