लोकसभा चुनाव में अब बस 5 दिन रह गए हैं चुनाव से पहले का रविवार लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के लिए सबसे बड़ा दिन है जानकारी के अनुसार सभी प्रत्याशी इस समय अपने-अपने लोगों के साथ प्रचार में लगे हुए हैं किंतु पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की सीटो पर 8 प्रतिशत कम मतदान के बाद दूसरे चरण में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर होने वाले मतदान के प्रत्याशियों की नींद उड़ गई है ।
राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो अगर गौतम बुद्ध नगर में 8 से 10% का कम मतदान हुआ तो इससे सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा के दो बार के सांसद और वर्तमान प्रत्याशी डॉक्टर महेश शर्मा को होने जा रहा है । दरअसल दो बार के सांसद होने के चलते एंटी इनकंबेंसी और शहरी वाटर में उदासीनता डॉ महेश शर्मा के लिए चिंता का सबक बन सकती है।
पहली बार गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर डा महेश शर्मा के विरुद्ध कई फ्रंट खुल गए है I इनमे फ़्लैट बायेर्स, किसान के अलावा क्षत्रिय समुदाय का विरोध भी है I क्षत्रिय समाज के विरोध को शांत करने के लिए इन दिनों जहाँ डा महेश शर्मा धीरेन्द्र सिंह के साथ सिर जोड़ते दिख रहे है तो नोएडा में भी ठाकुर समुदाय के नेताओं के साथ मीटिंग कर रहे है तो फ़्लैट बायेर्स अभी भी उनके लिए समस्या बने हुए है, सोसाटी सोसाईटी विरोध अभी कायम है I वहीं AOA के सदस्यों को पुलिस द्वारा मुचलके भेजने से भी एक बड़ा वर्ग आखरी क्षणों में नाराज होता दिख रहा है I
लोगों का कहना है कि तमाम विरोध के बावजूद भाजपा ने फिर से डॉक्टर महेश शर्मा को टिकट दे दियाI इसके परिणाम स्वरूप 10% का कम मतदान डॉक्टर महेश शर्मा की जीत के अंतर को बेहद कम मार्जिन पर ला सकता हैI ऐसे में 5 से 7 लाख वोटो से जीत का दावा कर रहे डॉक्टर महेश शर्मा और भारतीय जनता पार्टी के लिए यह बड़ा झटका हो सकता है । एनसीआर खबर को कई लोगों ने बताया कि सट्टा बाजार में डॉक्टर महेश शर्मा का भाव 20 पैसे से बढ़कर 50 पैसे हो गया है यानी अब जीत की संभावना 50-50 पर पहुंच गई है ।
पहले चरण में कम मतदान के बाद से ही लगातार भारतीय जनता पार्टी द्वारा बांटे गए टिकट के ऊपर भी चर्चाएं होने लगी हैं। पहले चरण में जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी का रणनीतिकार अब दबाव में दिखाई दे रहे हैं उससे लग रहा है कि अगर दूसरे चरण में मतदान का स्तर नहीं बढ़ाया गया तो भारतीय जनता पार्टी को दूसरे चरण में भी बड़ा झटका लग सकता है।
डा महेंद्र नागर को अब बस अखबारों में विज्ञापन का सहारा
वहीं शहर में डॉक्टर महेश शर्मा के सामने दूसरे डॉक्टर को खड़ा करने की अखिलेश यादव की मुहिम भी नाकामयाब होते देख रही है। यद्यपि सिकंदराबाद में अखिलेश यादव की रैली के बाद यह माना जा रहा था कि शायद समाजवादी पार्टी के पक्ष में कुछ वोटो का अंतर बढ़ेगा किंतु जिस तरीके से डॉक्टर महेंद्र नागर से चुनाव में लोगों की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं । पार्टी के अंदर संगठन और प्रत्याशी को लेकर लगातार बगावत और शिकायत के सुर रहे हैं उसे यह लग रहा है कि डॉक्टर महेंद्र नागर का चुनाव तीसरे नंबर की लड़ाई पर ही जाकर रुकेगा।
डा महेश शर्मा के विरोध को समाजवादी पार्टी अपने कमज़ोर प्रत्याशी और संगठन के भीतर घात के चलते फायदा लेने से चूकती दिख रही है I अखिलेश की जनसभा के तुरंत बाद जिस तरह से मुस्लिम नेताओं ने अपने त्यागपत्र भेजे उससे पार्टी को भारी नुक्सान होने की आशंका है I चर्चा है कि संगठन में जिलाध्यक्ष सुधीर भाटी और रास्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी के खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है I लगातार पार्टी से लोग त्यागपत्र दे रहे है इनमे कार्यकर्ता से लेकर प्रदेश स्टार तक के नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शामिल है I
राजनीतिक विश्लेषको के अनुसार शायद लोगों तक ना पहुंच पाने की चर्चाओं के बाद समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने बड़े अखबारों को विज्ञापन देकर जीत की नई रणनीति बनाई है यद्यपि यह सफल होगी इसकी संभावना बेहद कम है क्योंकि जमीनी स्तर पर लोगों में समाजवादी पार्टी को लेकर अभी भी विश्वास की कमी है और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी की बड़े अखबारों के साथ विज्ञापन देने की रणनीति बैकफायर भी कर सकती है।
अबकी बार, राजेंद्र सोलंकी आर या पार
इसके बाद बहुजन समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजेंद्र सोलंकी का चुनाव आ रहा है जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह प्रत्याशी अभी बेहद शांत दिखाई दे रहा है किंतु ठाकुर मुस्लिम और दलित वोटो का गणित अगर सेट बैठ गया तो यह सबसे घातक सिद्ध होगा किंतु यह तभी संभव होगा जब इन सभी वोटर को यह भरोसा हो की राजेंद्र सोलंकी जीत के दूसरे पायदान पर दिखाई दे रहे हैं फिलहाल प्रचार में सबसे पीछे दिख रहे राजेंद्र सोलंकी ऐसा करने में अगले 5 दिनों में कामयाब हो पाएंगे या नहीं ये आने वाले दिनों में दिखेगा ।
नरेश नौटियाल बिगाड़ रहे सबका खेल
तीनो प्रत्याशियों को पहली बार कोई साधारण व्यक्ति नुक्सान पहुंचा रहा है तो वो है फ़्लैट बायेर्स का आक्रोश बन कर चुनावी मैदान में उतरे भारतीय राष्ट्रीय जनसता पार्टी से प्रत्याशी नरेश नौटियाल I राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार नरेश नौटियाल को मिलने वाला हर वोट तीनों प्रत्याशियों की संभावनाओं में डेंट लगाने का काम करेगा । हालांकि सबसे ज्यादा नुकसान डॉक्टर महेश शर्मा को होगा, क्योंकि नरेश नौटियाल को मिलने वाले वोटो में यह माना जाएगा कि नाराज फ्लैट बायर्स ने शहरी मुद्दों को लेकर अपनी नाराजगी महेश शर्मा से व्यक्त की है । इसमें शहर में चल रहे फ्लैट बायर्स समूह की बड़ी भूमिका है।

बताया जा रहा है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में बने फ्लैट बायर समूह लगातार पीछे से नोटा या नरेश नौटियाल को समर्थन देने की मुहिम में लगे हुए हैं। ऐसे में नोटा हो या नौटियाल दोनों ही कंडीशन में नुकसान डॉक्टर महेश शर्मा को होने जा रहा है और पहली बार कोई फ्लैट बायर्स की ओर से खड़ा किया गया प्रत्याशी शहर में डॉक्टर महेश शर्मा को बड़ा नुकसान दे सकता है ।