कासना थाना में मंगलवार को हुए भीषण अग्निकांड में वहां थाना प्रभारी का कार्यालय सहित 100 से ज्यादा खड़े वाहन जलकर राख हो गए। थाने के पास लगे ट्रांसफार्मर के फटने से यह अग्निकांड हुआ। जो गाड़ियां जली हैं, उनमें करीब 80 बाइक वह हैं जो जब्त करके लाई गई थीं। एक सरकारी बाइक है। अन्य चार पहिया वाहन हैं। चपेट में आने से पहले थाना प्रभारी के कक्ष से सारा रिकॉर्ड सुरक्षित निकाल लिया गया। डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद चार दमकल गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है।
अपर पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) अशोक कुमार सिंह ने बताया कि थाना कासना के पास एक बिजली का ट्रांसफार्मर लगा है। मंगलवार की रात को बिजली के ट्रांसफार्मर में अज्ञात कारण से आग लग गई। इसी बीच ट्रांसफार्मर फट गया तथा आग ने थानाध्यक्ष के आफिस और थाना परिसर को अपनी चपेट में ले लिया है। उन्होंने बताया कि इस घटना में थाने में खड़े दुपहिया वाहन चार पहिया वाहन सहित करीब 90 वाहनों में आग लग गई ,जो जलकर पूरी तरह से खाक हो गए है।
उन्होंने बताया कि थाना वन विभाग की जमीन पर बना है। यहां पर इंसुलेटेड फाइबर पैनल की मटेरियल से थाना प्रभारी का कक्ष बनाया गया था। आग मने थाना प्रभारी के कक्ष को अपनी चपेट में ले लिया। वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी के कमरे में मौजूद सरकारी रिकॉर्ड को बाहर निकला। कुछ का दस्तावेज जल गए हैं। पुलिस विभाग में चर्चा है कि कई मुकदमों से संबंधित दस्तावेज जल गए हैं, जिससे उनकी जांच प्रभावित हो सकती है। थाने में लगी आग के चलते काफी देर तक अफरा तफरी का माहौल रहा। जहां पर थाना है वहां पर आसपास में घनी आबादी है। वहां के लोग भी काफी देर तक परेशान रहे।