ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने शाहबेरी पर लगने वाले जाम के लिए यहां पर फ्लाइओवर बनाने की तैयारी शुरू कर दी है । प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार इससे गाजियाबाद के निवासियों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी रहेगी। प्राधिकरण की एसीईओ अन्नपूर्णा गर्ग के अनुसार प्राधिकरण ने इसको लेकर सर्वे करना शुरू कर दिया है सर्वे करने के बाद ही पता लगाया जा सके कि यहां जाम की समस्या को किस तरीके से दूर किया जा सकेगा।
इस रास्ते पर फ्लाइओवर बनाने को लेकर कई तरीके के प्रश्न भी प्राधिकरण की योजना पर उठ रहे हैं । इस क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों के अनुसार अगर यहां फ्लाई ओवर बनता है तब भी क्या गारंटी है की शाहबेरी वाले हिस्से के अतिक्रमण पर प्राधिकरण कुछ कर पाएगा?
दरअसल शाहबेरी में भले ही जमीन का विवाद है किंतु वहां मौजूद अतिक्रमण को प्राधिकरण चाहे तो दो दिन में हटा सकता है वहां मौजूद जमीन को सड़क को फोरलेन करने के लिए भी हाईवे के मार्ग के लिए इमरजेंसी क्लाज लगा कर एक्वायर किया जा सकता है किंतु इस सबके लिए प्राधिकरण के अधिकारियों की मजबूत इच्छाशक्ति का होना बेहद जरूरी है जो बीते 15 सालों में यहां के अधिकारियों में कभी नहीं देखी गई है । यहां के अधिकारी शाहबेरी के भूमाफियाओं, नेताओं और दबंगों से हाथ मिलाते नजर आते है ।
शाहबेरी में स्थिति यह है कि यहां के दबंग माफिया ने शाहबेरी की जमीनों के साथ-साथ शमशान घाट तक की जमीन को कब्जा लिया और प्राधिकरण आंखें बंद करके बैठा रहा । भूमाफियाओं द्वारा बिल्डर फ्लैट बेचे जाने से परेशान लोगों को नाली तक बनाने में पुलिस कोर्ट का आर्डर दिखा देती है जबकि यही पर मुख्य मार्ग के दोनों ओर लगातार नए मार्केट बनते और बिगड़ते रहते हैं उनमें आग लगाती रहती है किंतु प्राधिकरण पुलिस दोनों के अधिकारी अपनी जेब में गर्म करते रहते हैं।
लोगो का आरोप है कि प्राधिकरण शाहबेरी और पतवारी के मामले में केस हारने के बाद इन दोनों ही गांव के अतिक्रमण करने वाले लोगों के साथ बात करने से बचता है जबकि इन्हीं अधिकारियों की इस मंशा के चलते जहां एक और शाहबेरी से में गाजियाबाद को जोड़ने वाली सड़क जो मुश्किल आधा किलोमीटर की है पर परेशानी है । लोगो का कहना है कि जब शहर और ग्राम दोनों की अब प्रधिरण के अधिकार क्षेत्र में है तो शाहबेरी में आ रही मुख्य मार्ग की सड़क को प्राधिकरण क्यूँ नहीं बनाता है ?
इसी तरह शाहबेरी से निकलते ही 130 मीटर की मुख्य सड़क के सामने इटहेडा गांव की आबादी की जमीन पर एक बड़ा अवैध मार्केट बना हुआ है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक से लेकर हार्डवेयर लेकर तमाम बड़े शोरूम है जो एक ही बड़े व्यापारी के हैं । इसके लिए बकायदा प्राधिकरण के अधिकारियों की सहमति से रास्ता दिया गया है। रोचक तथ्य ये है कि बीते वर्ष यहां बने एक शोरूम में आग लगने के बाबजूद उसे दुबारा बना लिया जाता है और प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा यहां वसूली के बाद आंखे बंद रखी जाती है।
वहीं पतवारी में मौजूद कई प्रमुख सड़कों पर आज तक रास्ते नहीं बने हैं । इनमें एस सिटी चौराहे के सामने जा रहा मार्ग, पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने जा रहा मार्ग प्रमुख है। इसके साथ ही पटवारी में सी ब्लॉक के अंदर जाने वाले मार्ग को एक भट्टे के कारण नहीं बनाया गया है ।
![ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की जय हो : जाम कम करने के लिए शाहबेरी में बनेगा फ्लाई ओवर, पर शाहबेरी, इटहेडा ओर पतवारी गांवों में इन समस्याओं की मूल जड़ अवैध अतिक्रमण पर कब काम होगा ? 2 img 20240415 wa00071268880638544957634](https://ncrkhabar.co.in/wp-content/uploads/2024/04/img-20240415-wa00071268880638544957634-1024x768.jpg)
रविवार को नेफ़ोवा के कार्यकर्ताओं के बीच C ब्लाक निवासियों ने अपनी इन समस्याओं को लेकर प्रदर्शन भी किया । नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार का आरोप है कि यहां मौजूद एक भट्टे के कारण सी ब्लॉक का रास्ता बंद पड़ा है। प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्लाटों के पट्टाधारियों को नोटिस भेज कर उनसे घर तो बनवा लिए किंतु उनका सी ब्लॉक के अंदर आने के लिए रास्ता नहीं दिया । कम्युनिटी भवन या कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के लिए निर्धारित स्थान पर अतिक्रमण है।
सांसद और विधायक द्वारा क्षेत्र में इन समस्याओं की अनदेखी पर नेफ़ोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने प्राधिकरण के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए बोला कि अगर इन समस्याओं की अनदेखी जारी रही तो बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जायेगा।
प्राधिकरण के अधिकारियों पर आप यह भी है कि प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से पतवारी के चारों तरफ आबादी की जमीन पर बड़े-बड़े मार्केट और बैंक्वेट हॉल तक खुल गए हैं।
हालात इस कदर खराब है की निराला ग्रीनशायर के पास गांव के अंदर की जमीन पर एक बनाए गए एक आलीशान बैंकट हॉल ने ग्रीन बेल्ट को काटकर मुख्य मार्ग के साथ रास्ता बना दिया है और प्राधिकरण के अधिकारी चैन की बंसी बजा रहे हैं। लोगों का आरोप है यह बैंकट हॉल नोएडा कांग्रेस के एक बड़े नेता का है
इसी तरह पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने प्राधिकरण की संगठन जमीन के बीच में आ रही आबादी की जमीन पर न सिर्फ अवैध तरीके से एक अस्पताल खड़ा कर दिया गया बल्कि एक बैंकट हॉल और अब एक नए मार्केट का निर्माण भी किया जा रहा है। चौराहे से सटा कर आबादी की जमीन पर गलत तरीके से बनाए गए इस अस्पताल और बैंकट हॉल के चलते न सिर्फ शहर की सुंदरता बर्बाद होती है बल्कि यहां ट्रैफिक जाम आसपास के क्षेत्र में अपराध की घटनाओं को भी बढ़ावा मिलता है। रोचक तथ्य ये भी है कि इसी सब के साथ आगे के भूखंड पर विवाद के चलते पंचमुखी हनुमान मंदिर को सेक्टर 2 से जोड़ने वाला मुख्य मार्ग प्रतिबंधित है और लोगों को अंदर जाने के लिए घूम कर जाना पड़ता है।
ऐसे में मुद्दा इस बात का है कि बीते 10 सालों से प्राधिकरण इन रास्तों पर आंखें बंद करके क्यूं बैठा है और क्यूं वो इसके बदले वह कभी फ्लाइओवर कभी वैकल्विक मार्गो की रचना करने के प्लान बनाता रहता है ।