देश के बड़े चैनल एबीपी न्यूज़ में सीनियर वीडियो एडिटर रहे उमाकांत राही के आत्महत्या करने के समाचार से मीडिया जगत में हलचल मच गई है ।
जानकारी के अनुसार उमाकांत राही पुत्र देवी चरण यादव मूल रूप से ग्राम गुढारी थाना हसनपुर जिला औरंगाबाद बिहार के रहने वाले थे और कन्हा रेजिडेंसी रोजा जलालपुर में अपना मकान बनाकर रह रहे थे। उमाकांत न्यूज़ नेशन सहित कर चैनल में कार्यरत रह चुके थे और वर्तमान में एबीपी न्यूज़ में सीनियर वीडियो एडिटर थे। बीती सात मई को उन्होंने ज़हरीला पदार्थ खा लिया। गंभीर हालत में उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गयी।थाना प्रभारी के अनुसार पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
उमाकांत राही द्वारा आत्महत्या किए जाने के बाद एक बार फिर से मीडिया कर्मियों केऊपर आर्थिक और सामाजिक समस्याओ पर प्रश्न उठने लगे हैं ।
नोएडा के एक वरिष्ठ ने इस दुखद घटनाक्रम पर कहा कि दरअसल पत्रकार होना बड़ा कठिन काम है । अक्सर पत्रकार लोगों की तो आवाज उठा रहे होते हैं किंतु अपनी समस्याओं को लेकर वह किसी से कुछ नहीं कह पाते हैं वर्तमान दौर में पत्रकार भी उन सभी समस्याओं से जूझ रहे होते हैं जो एक आम व्यक्ति के जीवन में होती है किंतु लगातार बढ़ते प्रेशर और इनसिक्योर जीवन शैली के चलते पत्रकार भी डिप्रेशन में आ रहे हैं और आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं। शहर में मौजूद पत्रकार संघों को इसके लिए कार्य करने की जरूरत है ताकि इस भागती दौड़ती जिंदगी में घुट घुट कर जी रहे पत्रकारों के जीवन को बचाया जा सके।