उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित पूर्वांचल हाइट्स सोसाइटी में घर में घुसकर महिला को चार महिलाओं द्वारा पीटने के प्रकरण में अब नया मोड़ आ गया है । सूरजपुर कोतवाली पुलिस में आरोपित रेखा भाटी ने पीड़ित जय श्री गुप्ता पर आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया की जयश्री ने न सिर्फ उनकी कार को टक्कर मारी बल्कि विरोध करने पर गाली गलौज की थी । सूरजपुर पुलिस अब दोनों शिकायतों पर जांच कर रही है । इससे पहले इस पूरे प्रकरण में पीड़िता जय श्री गुप्ता की शिकायत पर रेखा भाटी के साथ दादरी विधायक तेजपाल नागर की पुत्री समेत कुल चार महिलाओं पर मारपीट का आरोप लगाते हुए शिकायत दी थी।
जय श्री गुप्ता ने शिकायत में कहा था कि शनिवार शाम वह एवीजी हाइट्स की मार्केट से लौट रही थी उसी समय उनकी कर सोसाइटी में रहने वाली रेखा भाटी की गाड़ी से टकरा गई थी जय श्री का आरोप है इसके बाद रेखा भाटी, दादरी विधायक तेजपाल नागर की पुत्री प्रियंका नागर के अलावा पूनम भाटी और एक अन्य महिला के साथ मिलकर जय श्री के फ्लैट पर पहुंची और कहासुनी के बाद मारपीट शुरू कर दी । फ्लैट में पहुंची महिलाओं ने मारपीट के साथ-साथ उनके बाल पड़कर भी घसीटा। अपनी मां को बचाने आई उनकी बेटियों रिया और ईशा को भी पीटा गया । जय श्री गुप्ता के सर और आंख में चोट आई है ।
पूरे प्रकरण में सूरजपुर पुलिस ने पहले फ्लैट में घुसकर मारपीट के आरोप में रेखा भाटी प्रियंका नागर पूनम भाटी सहित चार महिलाओं पर केस दर्ज किया था ।
मेरी बेटी निर्दोष, राजनीति हो रही है : तेजपाल नागर
वहीं पूरे प्रकरण में अपनी पुत्री प्रियंका नागर का नाम आने पर व्यथित दादरी विधायक तेजपाल नागर ने मीडिया पर ही राजनीति के चलते समाचारों में नाम देने की बात कही । उन्होंने मीडिया से पीड़ित की शिकायत पर एक तरफा समाचार छापने का आरोप लगाते हुए कहा कि इस तरीके से तो मैं मीडिया पर भी कोई भी शिकायत लिखवा सकता हूं, मीडिया बताए उनकी बेटी कहां पीट रही है । उन्होंने कहा कि उनकी पुत्री उसी सोसाइटी में रहती है और वह बीच बचाव करने गई थी, हालांकि पीड़ित द्वारा जारी वीडियो में प्रियंका नागर भी रेखा भाटी के साथ ही जाती और आती दिखाई दी है ।
विधायक की प्रतिक्रिया पर क्षेत्र के लोगों ने कहा कि दादरी विधायक जन प्रतिनिधि के तौर पर विधानसभा के अभिभावक होने के फर्ज निभाने की जगह जिस तरह राजनीति होने का आरोप लगाते नजर आए है वो गलत है । आखिर कोई भी विवाद सामने आने पर विधायक को अपने साथ राजनीति क्यों होती प्रतीत होती है ।
एक पिता के तौर पर विधायक को अपनी पुत्री को सुरक्षित करने का पूर्ण अधिकार है किंतु क्षेत्र में सत्ता पक्ष के विधायक होने के नाते राजनीति के होने की हल्की बात नहीं करनी चाहिए थी, बल्कि दिखावे के लिए ही सही उन्हें कानून का पूरा सम्मान करते हुए जांच में सहयोग देने की बात करनी चाहिए थी ।