फ्लैट बॉयर के बीच बदनाम हो चुके आम्रपाली बिल्ड के घर खरीदारों ने अब कोर्ट रिसीवर ऑफिस तथा एनबीसीसी के खिलाफ मिर्च खोल दिया है । आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से आम्रपाली के परेशान घर खरीददार जिनके फ्लैट को कोर्ट रिसीवर ऑफिस ने कैंसिल कर दिया है, वह लगातार एनबीसीसी-गौर के निर्माणाधीन प्रोजेक्ट पर जाकर प्रदर्शन कर रहे थे, क्योंकि उनकी सुनवाई कहीं भी नहीं हो रही है। अब लोगों ने कोर्ट रिसीवर ऑफिस तथा एनबीसीसी-गौर के धांधली के खिलाफ सीबीआई तथा एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट से भी जांच की मांग को उठाया है।
प्रदर्शन में शामिल बायर संजीत ने यह भी कहा कि एक तरफ एनबीसीसी अपने हालिया लॉन्च किए हुए प्रोजेक्ट को वर्तमान मार्केट रेट से काफी कम कीमत पर गौर बिल्डर को दे दिया, इसके बाद गौर बिल्डर इस फ्लैट को लगभग दुगने कीमत पर नए निवेशकों को बेचकर भारी मुनाफा कमा रहाl जिससे आम्रपाली घर खरीदारों तथा सरकार को रेवेन्यू का नुकसान हो रहा है। आखिर इस तरह का दोहरा रवैया क्यों किया जा रहा है, जब एक तरफ फंड की कमी का हवाला देकर हम निर्दोष घर खरीदारों के घरों को कैंसिल किया गया और दूसरी तरफ हमारे प्रोजेक्ट में आने वाले पैसे को मनमानी तरीके से लुटवाया जा रहा है।
प्रदर्शन में वेरोना हाइट्स तथा ड्रीम वैली-II के वैसे घर खरीदार भी शामिल हुए जिनके फ्लैट मिलने की समय सीमा को एनबीसीसी के द्वारा लगातार बढ़ाया जा रहा है तथा उन लोगों में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है कि उन्हें घर कब मिलेगा और वहीं दूसरी तरफ उनके फ्लैटों के ऊपर कोर्ट रिसीवर ऑफिस ने मनवाने तरीके से काफी पेनाल्टी चार्ज लगाया हुआ है जिसके चलते उन लोगों में काफी रोष था।
वैसे घर खरीददार जिनके फ्लैट्स को कोर्ट रिसीवर ऑफिस द्वारा कैंसिल कर दिया गया है उसमें से ज्यादातर लोगों का यही कहना था इतने साल इंतजार करने के बाद हमारे फ्लैट को मनवाने तरीके से कैंसिल कर दिया गया है और आखिर इसमें हमारी क्या गलती है, क्योंकि बहुत से ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपने पूरे पैसे जमा किए हुए हैं, कुछ लोगों का सब्वेंशन स्कीम के अंतर्गत घर था, या फिर कोविड-19 के बाद से ही कुछ लोगों के घर में आर्थिक दिक्कतें चल रही थी जिसके कारण समय पर पैसे जमा करवाने में दिक्कत हुई।
पीड़ित घर खरीदार नंद किशोर, हरेन्द्र, प्रवीण, का यह भी कहना है कि वह पिछले डेढ़-दो सालों से ज्यादा समय से कोर्ट रिसीवर ऑफिस के लगातार चक्कर काट रहे हैं,उन्होंने रिसीवर ऑफिस में एप्लीकेशन भी दिया हुआ है परंतु हर बार एक अगली डेट मिल जाती है तथा उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। कोर्ट रिसीवर ऑफिस मनवाने तरीके से निरंकुश होकर काम कर रहा है तथा भ्रष्टाचार चरम पर है जिसकी कोई सुध नहीं लेने वाला इसलिए मजबूर होकर हमें प्रदर्शन करना पड़ रहा है। इसलिए अब जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा यह प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहेगा।