ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र में गाजियाबाद के दो छात्रों को अपहरण करके बंदूक की नोक पर उनके साथ बदतमीजी करने और मारपीट के मामले पर जहां एक और पुलिस ने त्वरित एक्शन लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली है वहीं इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है आरोपियों की पहचान तिगरी निवासी सलेख, दीपक व बहरामपुर निवासी गौतम व राजकुमार के रूप में हुई है। छात्रों की पिटाई का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है ।
गाजियाबाद निवासी दो छात्रों ने बिसरख कोतवाली में केस दर्ज कराया कि 21 फरवरी को उनके जानने वाले दीपक ने फोन कर तिगरी फील्ड पर बुलाया। जब दोनों वहां पहुंचे तो दीपक और उसके साथी मुन्ना और सलेख गौतम ने उन्हें जबरन अपनी कार में बैठा लिया और होटल ले गए। होटल पहुंचते ही आरोपियों ने विजय और अमन को गालियां दीं और कहा कि वे उनके घर के आसपास ज्यादा घूमते हैं और खुद को बड़ा नेता समझते हैं। इसके बाद चारों आरोपियों ने पीड़ितों को बेल्ट, डंडा और हॉकी से बेरहमी से पीटा और उनके कपड़े उतरवा दिए। आरोपियों ने मुंह में पिस्टल देकर जान से मारने की धमकी दी गई। मारपीट करने के बाद आरोपियों ने छात्र के गले से सोने की चेन निकाल ली।
आरोपियों ने चेन उसके हाथ में रखने के बाद एक पिस्टल भी उसे पकड़ा दी गई। इसका वीडियो बनाया गया और कहा “यदि किसी को घटना की शिकायत की तो चोरी के केस में फंसा देंगे। बता देंगे कि चेन चोरी कर भाग रहे थे। पिस्टल इनके पास थी”। किसी तरह वहां से बचकर छात्र घर पहुंचे थे। छात्रों ने देर शाम तक परिजन को भी घटना के बारे में नहीं बताया, लेकिन शरीर पर चोट के निशान देखकर परिजनों को घटना के बारे में पता चला।
वही इस पूरे प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के नेता श्याम सिंह भाटी ने बिसरख कोतवाली पर आरोप लगते हुए x पर लिखा कि बिसरख पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल दो लड़कों को कुछ बदमाश उठाकर होटल में ले जाते हैं और उनके साथ खुलेआम मारपीट करते हैं पुलिस द्वारा अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है
